क्या हमे पुलिस को इसकी जानकारी देनी चाहिए , पता नही इसके साथ क्या हुआ है शिराज अथर्व से कहता है ..
नही शिराज अभी उस लड़की को होश में आ जाने दो , पहले उससे ही पता करना पड़ेगा क्या है क्या नहि हम ऐसे ही पुलिस के पास नही जा सकते ...अथर्व उस वॉर्ड में जाता है जहां उस लड़की को रखा गया था , एक दुबली पतली सावली सी लड़की थी अथर्व उसके चेहरे की तरफ़ देखता है... पता नही ऐसी तो क्या दुश्मनी रही होगी इससे , जो इसे इतना टॉर्चर किया गया है लगता है जैसे शरीर मे जान ही ना बची हो
शीराज:- ठीक है सर आप घर जाइए में यही रुकता हु जो भी होगा में आपको उसका अपडेट देता रहूंगा ।
अथर्व:- ओके , बट नो मिस्टेक शिराज ये जब तक यहाँ है तब तक हमारी जिमेदारी है इसे होश आये तो मुझे कॉल करना।
शिराज:- ओके सर् , डोंट वरी सर में हु यहाँ पर
जबलपुर, मध्यप्रदेश
अरे ऐसे कैसे भाग गई वो मेने कहा था उस पर नजर रखना , कहाँ मर गयी थी तू ...जी मे में ..ये में में क्या कर रही है आज तेरी लापरवाही की वजह से वो भाग गई माई जरा वो मेरा चाबुक लाना आज इसे ऐसा सबक सिखाऊंगा की दुबारा ऐसी जुर्रत नही करेगी
शकुंतला:- अरे बेटा ब्रिजेश इसे मारने से क्या होगा , करम जाली वो तो भाग गई ना पता नही कहा गयी होगी
ब्रिजेश:- अरे माई वो कही भी चली जाए मुझसे नही बच सकती उसे में पाताल से भी ढूंढ लाऊंगा पर अभी इसकी गलती की सजा तो इसको मिलेगी और वो आदमी चाबुक ले कर उस औरत को बहोत मारता है...मत मारिये हमे छोड दीजिये हमे हम आपकी पत्नी है ...पत्नी हो तो पति की बात क्यो नही मानी कहाँ था ना नजर रखने को अब ये ले..ये ले..आज तो में तुझे जान से मार दूंगा
शाकुंतला :- अरे छोड़ दे गौरी को मर जाएगी तू बस अब उसे ढूंढ़ले ब्रिजेश कही वो पुलिस के पास ना चली गई जाए..
ब्रिजेश:- नही माई उसे तो में ढूंढकर रहूंगा तू फिकर मत कर ...ना लाकर पटक दिया वापस इस पिंजरे में तो हमारा नाम भी ब्रिजेश तिवारी नहि।
मुंबई, वर्सोवा
ऐ.आर इंटरनेशनल कंपनी
शिखा मुझे शर्मा इंटरनेशनल कंपनी की फ़ाइल ला कर दो और आज की जितनी भी मीटिंग्स है उनके भी डिटेल्स मुझे मेल कर दो
शिखा:- ओके अथर्व अभी कर देती हूं , ...तभी अथर्व के फ़ोन पर शिराज कॉल आता है
अथर्व:- हा शिराज बोलो क्या हुआ , होश आया उस लड़की को
क्या अप्डेट्स है
शिराज:- सर उसे होश तो आ गया है , पर बहोत गभराई हुई है कुछ बोल ही नही रही बस सिमट कर बैठी है ओर एक ही बात बोल रही है कि मेरे पास मत आना मुझे छोड़ दो
अथर्व:- तुम रुको में अभी आता हूं ..शिखा चलो मेरे साथ ओर जितनी भी मीटिंग्स है आज की सब कैंसल कर दो..
शिखा: पर अथर्व...
अथर्व :- वक़्त नही है शिखा...
ओके अथर्व पर कहा जाना है दोनों तेजी से चलते हुए बात कर रहे थे..अथर्व कार में शिखा को सारी बाते बता देता है, होस्पिटल पहोचते ही अथर्व ओर शिखा उस लड़की के वॉर्ड की तरफ जाते है जहाँ डॉक्टर ओर शिराज पहले से ही है , ओर वो लड़की एक दम सिमट कर बैठी है
अथर्व:- क्या हुआ डॉक्टर कोई प्रॉब्लम है क्या ये ऐसा क्यों कर रही है
डॉक्टर :- लगता है इसके साथ कुछ ऐसे हादसे हुए हे जिसे वो भुला नही पा रही है और डर रही है
अथर्व:- शिखा तुम जाओ उसके पास उससे बात करने की कोसिस करो ..ओके अथर्व ओर शिखा उस लड़की के पास चली जाती है ..देखो तुम डरो मत हम तुम्हे कोई चोट नही पहोचाएँगे तुम शांत हो जाओ , शिखा के बहोत देर तक प्यार से समझाने के बाद वो लड़की शांत हो जाती है और कुछ देर में उसे नींद आ जाती है।
मिस्टर अथर्व ये लड़की का इलाज अच्छा माहौल है दवाई नही यहाँ होस्पिटल में रह कर ये ठीक नही होगी इसे कोई मेहफूज जगह ओर माहौल की जरूरत है..
पर इसके घर परिवार का भी तो कोई पता नही तो ये कहा जाएगी शीराज डॉक्टर से कहता है..
इसे घर ले चलो शिराज अथर्व से कहता है
शिराज:- सर ये आप क्या कह रहे है, इसे घर ले जाना ठीक होगा क्या...
हा अथर्व मुझे भी नही लगता शिखा अथर्व से कहती है
अथर्व:- में ने कहाँ ईसे घर ले कर चलो सुनाई दीया शिराज?
शिराज:- ओके सर...
कुछ देर बाद ही अथर्व की गाड़ी राठौड़ पैलेस पर आकर रुकती है सभी गाडी से बाहर निकलते है पर उस लड़की के पैर पर चोट लगी होती है तो वो चल नही पाती तो शिखा उसे सहारा दे कर हॉल तक ले कर आती है।
शिखा:- काकी माँ जल्दी से पानी लेके आइये ( काकी माँ अथर्व पैलेस की केअर टेकर ही वो ही बाकी सर्वेंट्स को काम काज बताती हैं)...काकी माँ पानी लाकर देती है तो शिखा उस लड़की को पानी पिलाती है
अथर्व:- शिखा इसे अभी नीचे वाले कमरे में ले जाओ और कुछ ख़िलादो फिर दवाई दे कर सुला देना....
ओके अथर्व में हु इसके साथ डोंट वरी...
शिराज में अपने कमरे में हु कुछ काम हो तो बोलना ओर काकी माँ रमेश से कह कर एक कप ब्लैक कॉफी बनवा दीजिये।
काकी माँ:- हा बेटा में भिजवाती हु कमरे मे...
अथर्व के जाने के बाद , शीराज बेटा ये लड़की कोन है और अथर्व उसे यह क्यों लेकर आये है ..
शिराज काकी माँ को सारी बाते बताता है...
ओह अच्छा तो ये बात है तभी में सोचु के लड़कियों से कोसो दूर रहने वाला आज एक लडक़ी को अपने घर ले आया है पर इसकी वजह ये है अब पता चला पता नही बिचारी के साथ क्या हुआ होगा।
हा ककी माँ अथर्व ने जो झेला है उसके बाद उसे प्यार रिश्ते नाते से मन उठ गया है, वो अपने करीब किसी को आने ही नही देता लेकिन जो हुआ अच्छा ही हुआ ऎसे ही 28 साल की उम्र में मुंबई का बिजनेस किंग थोड़ी बना है वो।
2 दिन बाद जब वो लड़की पूरे तरीके से ठीक हो जाती है तो अथर्व उससे बात करता है
अथर्व:- देखिए आप जो भी है पर आप पूरी तरह से ठीक ओर मेहफूज है आप डरिये मत , आप को यहाँ कुछ नही होगा
वो लड़की जब सामने देखती है तो ब्लैक लोअर ओर व्हाइट टीशर्ट , गोरा चेहरा क्लीन सेव , एक कान में छोटी सी रिंग हाथ मे वाच, सेट हेयर स्टाइल परफेक्ट बॉडी वो लड़का किसी हीरो से कम ना था जो था अथर्व सिंघ राठौड़।
मुझे यहाँ से जाना है , मेहरबानी कर के मुझे जाने दीजिए आप लोगो ने मेरे लिए जो भी किया में उसे कभी नही भूल सकती पर मुझे जाने दीजिये ...
अरे आप ऐसी बाते क्यों कर रही है कहा जाना है आपको अच्छा आपका घर पता कुछ दीजिये हम आपकी मदद करेंगे , में शिराज हु ओर ये अथर्व सिंघ राठौड़ है ये इनिका घर हर ये आपकी मदद करेंगे पर आप एक बार बताइए कि आप के साथ क्या हुआ है..
मेने कहाँ ना मुझे जाना है, मुझे जाने दीजिए वो लड़की रोते हुए बोलती है
शिराज:- अरे लेकिन..
अथर्व:- शिराज उसे जाना है तो जाने दो , हम किसी को जबरजस्ती तो नही रोक सकते ना आप का जब मन करे आप यहाँ से जा सकती है ...शिराज में रेडी हो कर आता हूं ड्राइवर को बोलो गाड़ी तैयार रखे
कुछ देर बाद ...काकी माँ में आफिस जा रहा हु वो लड़की जाने की बात कर रही है तो उसे जाते वक्त कुछ खिला के भेजना ओर ये रुपये उसे दे देना अथर्व एक नोटों की गड्डी काकी माँ को देता है , ओर में चलता हूं रात को आऊंगा ये बोल कर अथर्व ओर शिराज वहाँ से चले जाते है
रात को जब अथर्व घर वापस आता है , तो काकी माँ बताती है कि वो लड़की सूबह ही जा चुकी है अथर्व थोड़ी देर चुप रहता है फीर कहता है रमेश को बोलो खाना लगाए ... जब अथर्व खाना खा रहा होता है तभी वो लड़की दोड़ कर उसके पास आती है और कहती है वो ज़िंदा है उंसने मुझे धोका दिया वो ज़िंदा है
अथर्व:- कोन ज़िंदा है?
मेरा पति....
क्रमशः