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पानी के लिए बह रहे पानी की तरह पैसे

22 मार्च 2017

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जल समस्या से निजात, आवंटित हुए 225 करोड़ रूपए . 20 मार्च 2017 सोमवार का दिन कुल्टी वासियों के लिए खुशियों भरा शौगात लेकर आया. दशको से पीने की पानी का दंश झेल रहे इस इलाके के लाखो लोगो को अब पानी मयस्सर हो पायेगी. इसकी घोषणा कुल्टी बोरो कार्यालय प्रांगन से मेयर जीतेन्द्र तिवारी ने की.


जहांगीर आलम (आसनसोल) :-

श्री तिवारी ने कहा कि कुल्टी के लोगो के लिए 225 करोड़ रूपए का जलपरियोजना को राज्य सरकार से मंजूरी मिल गई है और बहुत जल्द एस क्षेत्र के लोगो को पीने की पानी के लिए दर-बदर भटकना नहीं पड़ेगा. पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सोमवार को मेयर के आगमन को लेकर नियामतपुर स्थित कुल्टी बोरो कर्यालय को दुल्हन की तरह सजा दिया गया था. वही अधिकारी,कर्मचारी, एमआईसी व पार्षदगण मेयर के स्वागत के लिए भव्य तैयारियां किये थे. मेयर जीतेन्द्र तिवारी सुबह 11 बजकर 40 मिनट में बोरो कार्यालय पहुंचे. जहाँ मुख्य द्वार पर पहले से खड़ी महिला कर्मचारियों ने गुलाब के पंखुड़ियों की वर्षा कर मेयर का स्वागत किया.


वही मेयर के आते ही बैण्ड बाजे और फुलझड़ी व पटाखे से पूरा क्षेत्र गुजने लगा. लेकिन पटाखे की धुंए से लोगो को परेशानी भी हुई. ऐसी स्वागत कुल्टी क्षेत्र में शायद ही किसी की हुई होगी. फूलो की बारिश को पार करते हुए 11.45 बजे कार्यालय परिसर में बने आकर्षक मंच पर मेयर पहुंचे. जिसके बाद मेयर समेत सभी अतिथियों को फूलो का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. वही नियामतपुर मर्चेंट चेंबर एवं नियामतपुर चेंबर ऑफ़ कॉमर्स ने भी मेयर को शाल उढ़ाकर सम्मानित किया. इस दौरान मंच पर मेयर जीतेन्द्र तिवारी के साथ उपमेयर तबस्सुम आरा, चेयरमेन अमरनाथ चटर्जी, मेयर परिषद् सदस्य पूर्णशशि रॉय, मीर हाशिम, श्याम सोरेन, लखन ठाकुर, देब्येंदु भगत तथा बोरो चेयरमेन बेबी बाउरी, संजय नोनिया, कृष्णा प्रसाद दास, निगम अभियंता सुकोमल मंडल समेत कई पार्षदगण उपस्थित थे. मंच से अपने वक्तव्य की शुरुआत करते हुए माकपा पार्षद प्रियव्रत सरकार ने मेयर का धन्यवाद करते हुए कहा कि कुल्टी की मुख्य समस्या का समाधान कर निगम प्रशासन ने सराहनीय कार्य किया है. वही कांग्रेस पार्षद ने भी मेयर को धन्यावाद ज्ञापन किया और कहा कि पानी के लिए कुल्टी के लोगो को तरसना पड़ता था. लेकिन वर्तमान मेयर द्वारा इतिहासिक कार्य करते हुए यहाँ के लोगो को पानी की समस्या से निजात दिलाई है. उन्होंने कहा कि इससे पहले तत्कालीन नगरपालिका के चेयरमेन ने भी जल परियोजना पर कार्य किया था लेकिन फंड का बंदरबाट कर प्रोजेक्ट को बर्बाद कर दिया गया. अपने भाषण में उपमेयर तबस्सुम आरा ने कहा कि कोल्टी निवासियों के लिए आज का दिन बहुत ही अनमोल है, चूँकि मै भी कोल्टी में रहती हूँ इसलिय यह मेरे लिए भी बहुत अहम् दिन है, क्योकि आज के बाद हमारी जल की समस्या दूर हो जाएगी.


चेयरमेन अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि तीन नगरपालिका और एक नगरनिगम को मिलाकर आसनसोल नगरनिगम का गठन किया गया है, जिसका क्षेत्र पहले से काफी बड़ा हो गया और जिम्मेवारियां भी बढ़ी है, लेकिन मेयर श्री तिवारी सभी जिम्मेवारियो को बखूबी निभा रहे है. उन्होंने कहा कि वे जब भी कुल्टी आते थे तो यहाँ के लोग हमेशा यही सवाल करते थे कि जल की समस्या कब दूर होगी. यहाँ के पार्षदों का भी यही मुद्दा रहता था. लेकिन माँ-माटी-मानुष की जननायिका ममता बनजी ने यहाँ के लोगो को राहत देते हुए दशको की समस्या को दूर किया है. वही मेयर जीतेन्द्र तिवारी ने अपने अभिभाषण में सर्वप्रथम उपस्थित सभी लोगो को धन्यवाद दिया और कहा कि मेयर बनने के बाद प्रथम बार जब कुल्टी आये थे तो यहाँ के विधायक उज्जवल चटर्जी से कहे कि “दादा यहाँ की मुख्य समस्या क्या है” तभी दादा ने कहा था कि कुल्टी में जल की विकराल समस्या है, मैं तो दूर नहीं कर सका पर आशा करता हूँ की आप दूर कर देंगे. श्री तिवारी ने मंच से कहा कि आज जल की समस्या दूर हो गई है. अपने बातो को आगे बढाते हुए मेयर ने कहा कि किसी बड़े परियोजना पर कार्य करने के लिए फंड की आवश्यकता होती है, चूँकि बड़ी राशि तो सरकार दे देती है लेकिन उस निर्गत राशी का 20 फीसदी स्थानीय इकाईयों को वहन करना पड़ता है, जिसके लिए ही मैंने थोडा सख्त रवैया अपनाते हुए टेक्सो में वृद्धि कर दी. लेकिन शायद यहाँ के व्यवसायियों को राश नहीं आया और वे विरोध करने लगे.


उन्होंने कहा कि कुल्टी की दो मुख्य समस्याए है एक जल की और दूसरी ठेकदारो के बकाया वेतन की. जल की समस्या तो दूर होने वाली है और निगम में फंड आने के बाद ठीकेदारो की बकाया 22 करोड़ रूपए भी मिल जायेगे. उन्होंने कहा कि कुल्टी कार्यालय के कुछ कर्मचारी कार्य करने से बचते है, लेकिन उन्हें स्मरण करा देता हूँ कि ऐसा नहीं चलेगा और गलती पकडे जाने के बाद कोई नेता निक्कमे कर्मचारियों को मुझसे नहीं बचा सकेगा. इसलिय इमानदारी से कार्य करे नेताओ के चक्कर में ना पड़े. उन्होंने आसनसोल के भाजपा सांसद बाबुल शुप्रियो पर तंज कसते हुए कहा कि आज उनकी बहुत याद आ रही है, क्योकि सांसद सिर्फ नाच, गाने, नाटक जैसे कार्यक्रमों में ही नजर आते है, जहाँ विकास कार्य होता है वहां दिखाई नहीं देते. अंत में मेयर श्री तिवारी ने इस जल परियोजना से जुड़े एमआईसी, अभियंता व कर्मचारियों का मनोबल बढाते हुए कहा कि अभी तक आप लोगो ने बेहतर तरीके से कार्य को अंजाम दिया है आगे भी करने की आशा करते है.


धन्यवाद ज्ञापन एमआईसी पूर्णशशि रॉय ने दिया. उल् लेख नीय है कि देश की आजादी के सात दशक बाद भी कुल्टी जैसे घनी आवादी वाले क्षेत्र में जहाँ जीने की हर सुख-सुविधा मौजूद है वही पीने की पानी के लिए आज भी लोगो को जद्दोजेहद करते देखा जा सकता है. पानी की समस्या यहाँ की मूल समस्याओं में गिनी जाती रही है, चुनावी दौर में भी पानी ही मुख्य मुद्दा रहती है. इसके लिए माकपा शासन में भी विरोध होते थे. जिसके कारन तत्कालीन माकपा सरकार ने कुल्टी के लिए 133 करोड़ रूपए जलपरियोजना के लिए आसनसोल-दुर्गापुर विकास प्राधिकरण को दिए थे. लेकिन तत्कालीन कुल्टी नगरपालिका के चेयरमेन सह विधायक ने इस फंड को नगर पालिका के अंतर्गत देने को लेकर कोलकाता उच्चान्यालय में मामला कर दिया. जिसके कारन पानी का प्रोजेक्ट पानी में मिल गया और कुल्टी की जनता जल बिन मछली की तरह तरसती रह गई. आज वर्षो बाद आसनसोल नगरनिगम द्वारा इसी परियोजना को 225 करोड़ रूपए में किया जायेगा. यानी 92 करोड़ रुँपये का चुना राज्य सरकार के राजस्व को लगा है.

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