इन चार वर्षो के दौरान कई राज्यों में विभिन्न चुनाव हो गये. कही भाजपा ने बहुमत पाई तो कही बिना बहुमत के ही जोड़तोड़ कर सरकार बनाई. लेकिन सबसे अहम् वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव होगा और सभी की निगाहे अबकी बनने वाली सरकार और प्रधानमंत्री पर टिकी है. शायद इसबार भाजपा की सरकार और मोदी जी प्रधानमंत्री ना बने. लेकिन सवाल यही होगा की अगला प्रधानमंत्री होगा कौन? क्योकि राहुल गाँधी अबतक जनता के भरोसे पर खरा नहीं उतर पाए है और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर से जनता का विशवास दिन बा दिन कम होता जा रहा है. जिससे वर्तमान
राजनीती का चेहरा ही बदल गया है. कौन कहाँ और किसे समर्थन दे रहा है कुछ खबर नहीं. ऐसे में अगला प्रधानमंत्री को लेकर जनता की चिंता तो लाजमी है. लेकिन यहाँ एक तीसरा भी जिसकी दमदार छवि देशभर में उभर रही है, तो राज्य की जनता का यकीन उसपर और बढ़ता जा रहा है. अग्निकन्या और दीदी के नाम से प्रचलित पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर राज्य के लोग काफी उत्साहित है और इसबार उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते है. तमाम अटकलों के बावजूद तय समय पर पंचायत चुनाव होने के साथ ही मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री मानने वालों की संख्या में अपार वृद्धि हुई है और समर्थको का उत्साह बढ़ता ही जा रहा है. जिसके लिए “चलो बदलाई,एबार बंगाली प्रधानमंत्री चाई” नाम से एक अभियान शुरू हुआ है. हालाँकि इस अभियान में तृणमूल कांग्रेस की मुहर नहीं है. जानकारी के अनुसार दीदी के समर्थक और उन्हें चाहने वाले उक्त नाम से शोसल मिडिया पर एक अभियान चला रहे है और वे लोग ममता बनर्जी को अगला प्रधानमंत्री देखना चाहते है और जनमत एकत्र करने के मकसद से उक्त अभियान चलाया जा रहा है, जिस को काफी रिस्पोंस मिलने की खबर है. उल्लेखनीय है कि कई बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खुद प्रधानमंत्री बनने की बात कह चुकी है. वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव ने वर्ष 2016 में कोलकाता में आयोजित इंफोकॉम सेमिनार में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रशंसा करते हुए कहे थे कि प्रधानमंत्री बनने के लिए ममता के पास पर्याप्त गुण हैं.
राजनीति में उनकी विश्वसनीयता को लेकर कोई सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए, अगर एक चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो ममता बनर्जी क्यों नहीं बन सकती हैं. बाबा ने आगे कहा था राजनीति में ममता बनर्जी ईमानदारी और सादगी की प्रतीक हैं, वह चप्पल और साधारण साड़ियाँ पहनती हैं, उनकी सादगी वाली छवि दुनियां को अच्छी लगती है,