जहाँगीर आलम (आसनसोल) :- पश्चिम बंगाल के कल्यानेश्वरी मंदिर के निकट मार्किट कॉम्प्लेक्स डीवीसी की जमीन पर आसनसोल नगर निगम द्वरा अवैध कब्जा कर शोचालय निर्माण का मामला शांत भी नहीं हुवा था कि उक्त जमींन पर एक और दावेदार सामने आकर सबको अचंभित कर दिया. ऐसे में आसनसोल नगर निगम और दामोदर घाटी निगम से अदावत करने वाले शायद ही कोई बाहुबली हो सकता है, किन्तु यहाँ आपकी यह आकलन गलत हो जायेगी, क्योकि वह न तो कोई बाहुबली है न ही नेता. माँ कल्यानेश्वरी मंदिर के निकट पूजा सामग्री बेच कर परिवार का भरण-पोषण करने वाले राजकुमार प्रसाद नोनिया आज भय और दहशत की जीवन व्यतीत करने पर विवश है, और हो भी क्यों ना जब उनकी जमीन पर एक तरफ आसनसोल नगर निगम तथा दूसरी और दामोदर घाटी निगम अपना-अपना दावा ठोक रही है. ऐसे में राजकुमार पुलिस अधिकारी से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर इंसाफ की मिन्नतें मांग रहे है, किन्तु मामला दो बड़े संस्थान से जुड़े होने के कारण पुलिस-प्रशासन भी इस पचड़े से खुद को दूर रखने में ही बेहतर समझ रही है. इस सन्दर्भ में पीड़ित राजकुमार ने बताया कि उक्त जमींन का दाग संख्या 1241, खतियान संख्या 229, रकवा 1 बीघा 14 कट्ठा जो देवीपुर मोजा स्थित है. जो वर्ष 1992 में लिया गया था, जिसका निबंधन आसनसोल न्यायालय में दर्ज है. उन्होंने कहा कि निगम द्वारा उक्त जमीन को अपना बताते हुये जिस वक़्त साइन बोर्ड लगाई गई थी, तत्काल उन्होंने जमींन की पूरी कागजात कुल्टी म्युनिसिपल बोरो कार्यालय के कनीय अभियंता पर्थो मंडल को उपलब्ध कराया था. उस वक्त अस्वासन के रूप में बोर्ड हटाने की बात कही गई थी. जो आज तक हो न सका. फलस्वरूप आसनसोल नगर निगम द्वारा शोचालय निर्माण कार्य जोर-सोर से चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहले से स्थित 6 कमरों का सौचालय निर्माण में उन्होंने स्वयं जमीन दान दिया था. किंतु अब जब की जमीन पर माफियायो की नज़र पड़ चुकी है. ऐसे में राजनितिक रसूखदार अपनी पहुच और पैरवी के बलबूते शोचालय निर्माण के बहाने पूरी जमीन को हड़पना चाहती है. डीवीसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रबंधन से मुझे कोई आपत्ति नहीं है. कल्यानेश्वरी मैथन डैम मुख्य मार्ग के बगल में स्थित उक्त जमींन जितना भी डीवीसी की है, उसका माप कर ले ले किन्तु, आसनसोल नगर निगम की यहाँ जमीन है ही नहीं. इधर बीते सोमवार को नगर निगम द्वारा मार्किट कॉम्प्लेक्स नामक इस खाली स्थल पर निर्माण कार्य की सुचना पाकर उक्त जमीन को दामोदर घाटी निगम की होने की बात कह कम्पनी के सुरक्षा अधिकारी डी. लाहड़ी व् स्टेट अधिकारी ने उक्त कार्य को बंद कर दिया था. किंतु कुछ समय पश्चात ही आसनसोल नगर निगम के मेयर जितेंद्र तिवारी ने स्थल पर पहुच कर पुनः निर्माण कार्य को चालू कर दिया था, मामले को लेकर डीवीसी प्रबंधन और आसनसोल नगर निगम में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. ऐसे में तीसरा दावेदार के रूप में राजकुमार प्रशाद नोनिया के आ जाने से मामला और भी उलझता दिख रहा है. उन्होंने जल्द ही मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कही है, अब पावर, पहुच और संविधान में समानता की अधिकार के तहत राजकुमार के हाथ जमीन आएगा या कागज का टुकड़ा यह तो वक्त ही बताएगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त जमीन पर लगभग 16 लाख की लागत से 20 कमरों का सौचालय का निर्माण नगर निगम द्वरा करवाया जा रहा है. जबकि महज कुछ ही दूरी पर माकपा सरकार में कुल्टी म्युनिसिपल द्वरा निर्मित 6 कमरों का शौचालय बंद पड़ा है. मामले को लेकर डी वी सी जनसंपर्क सुचना अधिकारी एम.विजय कुमार ने उक्त ज़मीन को कम्पनी की होने का दावा किया है. साथ ही उन्होंने मामले की जानकारी डीवीसी कोलकाता मुख्यालय को हस्तांतरित कर दिया है. उन्होंने कहा कि कल्यानेश्वरी पुलिस से भी इस सन्दर्भ में शिकायत की गई है जिसके बावजूद भी निर्माण कार्य जारी है. उन्होंने इस सन्दर्भ में वरीय प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत तथा कानूनी कार्यवाही करने की बात कही है. वही इस स्थान की प्रसिद्धि माँ कल्यानेश्वरी से है जिस कारण यहाँ प्रतिदिन हज़ारो श्रद्धालु मंदिर में पहुचते है, इस क्रम में एक मात्र खाली स्थान है जो पार्किंग स्थल के रूप में इस्तेमाल होता रहा है अब इसपर दुबारा शोचालय निर्माण यह समझ से परे है.