सुबह 8 बजे सूर्या किचन में ब्रेकफास्ट तैयार कर रहा था तभी वहां रघुवीर जी (प्रथा के पिता ) आ गए ,
अरे पापा आप जग गए ,,, नाश्ता तैयार है आप भी नहा धो लीजिए । 😊 सूर्या ने मुस्कुराते हुए कहा ।
रघुवीर जी बस मुस्कुरा दिए,,, और अपनी हां में पलकें झपका दी, और वहां से चले गए ,,, ,,। पहले रघुवीर जी दूसरे शहर में रहते थे अपनी बेटी प्रथा के साथ और उन्होंने सूर्या को बड़े शहर पढ़ने के लिए भेज दिया , पढ़ लिख कर वो बड़ा अफसर बन गया और उसी शहर में रहने लगा। प्रथा से सगाई होने के बाद सूर्या रघुवीर जी और प्रथा को अपने साथ ही ले आया था ।
सूर्या ने एक प्लेट में नाश्ता रख लिया ,,, और अपने रूम में प्रथा के पास चला गया , प्रथा रूम में नही थी ।
जाना,,, जाना,,, कहां हो तुम,,,। सूर्या ने आवाज दी ।
प्रथा वाशरूम से बाहर आई पानी की कुछ बूंदे उसके बदन पर थी , ब्लैक कलर का सूट उस पर रेड दुप्पटा , उसके गीले बालों से पानी की बूंदे टपक टपक कर उसके चेहरे और कंधे पर आ रही थी ।
सूर्या प्रथा को देख कर अपने होश ही खो बैठा था ,,। पर अगले ही पल उसने खुद को संभाला और प्रथा से कहा ।
तुम्हारे लिए नाश्ता लेकर आया हूं ,,, जाना जल्दी से इसे खत्म करो और फिर दवा लो ।
ओके,,,। प्रथा ने मुस्कुरा कर जवाब दिया ।
सूर्या ने नाश्ते की प्लेट टेबल पर रख दी ,,। और पीछे से आकर प्रथा को अपनी बाहों में समेट लिया सूर्या की सांसे और उसके होंठ प्रथा ने अपने गले पर महसूस किए । प्रथा की आंखे बंद हो गई और उसके चेहरे पर मुस्कुराहट फैल गई । अनायास ही सूर्या का हाथ प्रथा के पेट पर चला गया जिस वजह से वो दर्द से कराह उठी । उसके पेट पर वर्धमान ने चाकू से वार किया इसीलिए वो सूर्या का हाथ लगने से चीख पड़ी ।
सूर्या घबरा कर एक झटके से उससे अलग हुआ ।
क्या हुआ जाना ,,,,। सूर्या की आंखे बड़ी हो गई ।
कु,,,, कुछ नही ,,, वो,,, वो,,, चूहा,, वहां चूहा था । प्रथा ने बात पलट दी ।
क्या जाना चूहे से डर गई ,,, मेरी शेरनी को इन चूहों से कब से डर लगने लगा हां 😉 ।
आपको ऑफिस नही जाना है क्या ,,, ? प्रथा ने चिढ़ते हुए कहा , जाइए आप भी तैयार हो जाइए इतना कहकर प्रथा मुस्कुरा दी ।
हम्म बात तो सही है तुम्हारी 😊 , ठीक है मैं जाता हूं । इतना कहकर सूर्या वहां से वापस किचन में चला गया ।
सूर्या डाइनिंग टेबल के पास बैठा नाश्ता कर रहा था तभी उसकी नज़र न्यूज़ पेपर पर पड़ी । हेडलाइन थी ।
शहर के जाने माने उद्योगपति राजवीर की रहस्यमय तरीके से मौत
सूर्या न्यूज़ पेपर देख कर दंग रह गया की आखिर ये हुआ तो हुआ कैसे और आखिर किया किसने ?
तभी प्रथा वहां आ गई ।
अरे जाना तुम रूम से बाहर क्यों आई ?,,,तुम्हे आराम करना चाहिए था । सूर्या ने कहा
नही मैं ठीक हूं ,,, वो भी सूर्या के बगल वाली कुर्सी पे आकर डाइनिंग टेबल के पास बैठ गई । सामने न्यूज़ पेपर रखा था प्रथा ने उसे उठा लिया राजवीर की मौत की खबर पर नजर पड़ते ही उसके चेहरे पर डेविल वाली तिरछी मुस्कान तैर गई ।
सूर्या ने जैसे ही प्रथा को ऐसे मुस्कुराते हुए देखा ,,
क्या हुआ तुम ऐसे क्यों मुस्कुरा रही हो ऐसा भी क्या देख लिया तुमने न्यूज़ पेपर में 😊,,,। सूर्या ने मुस्कुराते हुए पूछा ।
अ ,,, ये,, ये देखिए ,, बाय वन गैट वन ऑफर कितनी प्यारी ड्रेसेस हैं मुझे शॉपिंग करनी है सूर्या ।
सूर्य नाश्ता करके अपने जगह से खड़े होते हुए बोला ।
देखो बाय वन गैट वन ये सब फालतू होता है अगर फिर भी तुम्हारा मन है तो ये लो मेरा क्रेडिट कार्ड और चली जाओ 😊 ।
प्रथा भी अपनी जगह से उठ खड़ी हुई ।
क्यों आप नही चलेंगे मेरे साथ ,,,। प्रथा ने मासूमियत से पूछा ।
सूर्या ने प्रथा का चेहरा अपने दोनो हाथो में लेते हुए धीरे से कहा , नही जाना 🤗 बहुत काम है,, ऑफिस जाना है तुम्हे पता है ना , कि मैं एक ऑफिसर हूं हमारी जिंदगी बाकियों की तरह नॉर्मल नही होती ,,,। तुम अपनी किसी दोस्त को ले जाओ ।
हां समझती हूं मैं ओके मैं चली जाऊंगी । 😊 प्रथा ने मुस्कुरा के कहा दिया।
सूर्या ने प्रथा के माथे को अपने होठों से छू लिया और उससे अलग होते हुए कहा ,
चलो मैं निकलता हूं ऑफिस के लिए लेट हो जायेगा ।
बाय 🤗।
बाय,,, प्रथा ने मुस्कुरा कर जवाब दे दिया ।
सूर्या के जाते ही प्रथा की आंखे फिर से नीली हो गई ।
उसने न्यूज़ पेपर देखते हुए कहा एक तो गया अब बाकी लोगों की बारी मरोगे तुम सब मरोगे , मेरे सूर्या को मारना चाहता था न तू ,, अब तू ही इस दुनिया से चल बसा ।
राधे राधे दोस्तों आगे की कहानी अगले भाग में अगर मुझसे कोई गलती हुई हो तो माफी चाहती हूं , ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है धन्यवाद 🙏😊
श्रद्धा ' मीरा ' ✍️