सूर्या के जाते ही प्रथा की आंखे फिर से नीली हो गई ।
उसने न्यूज़ पेपर देखते हुए कहा एक तो गया अब बाकी लोगों की बारी मरोगे तुम सब मरोगे , मेरे सूर्या को मारना चाहता था न तू ,, अब तू ही इस दुनिया से चल बसा ।
फ्लैशबैक
राजवीर शहर का बड़ा उद्योग पति था , उसके शहर में कई बड़े बड़े कारखाने थे , लेकिन इन सबकी आड़ में उसके कई काले धंधे थे , जैसे ड्रग्स सप्लाई करना , बच्चो और लड़कियों को विदेश में बेंच देना , सांपो की चमड़ी निकाल कर विदेश में बेचना ।
उसके तीन साथी और थे , सूर्यभान , योगेंद्र और इन सबका मास्टर माइंड वर्धमान ।
वर्धमान सूर्या का दोस्त था , पर सूर्या को वर्धमान का ये रूप नही पता था । सूर्या ने अपने सुपर कॉप्स के साथ खुफिया तरीके से कई बार इनका उनके इन धंधों को जड़ से उखाड़ दिया था । सूर्या ने रेड़ के वक्त योगेंद्र का चेहरा देख लिया पर अब तक उसे ये नही पता था कि इन सबके पीछे उसका दोस्त वर्धमान है ।
वर्धमान सूर्या के लिए उसका दोस्त था लेकिन वर्धमान उसे तो सूर्या से हमेशा से नफरत थी । सूर्या हमेशा कॉलेज में टॉपर रहता , स्पोर्ट्स , सिंगिंग हर चीज में परफेक्ट ऑलराउंडर था वो , यही बात वर्धमान को चुभती थी ।
और वर्धमान की नफरत की इंतहा तो तब हुई जब उसने प्रथा को देखा । प्रथा बहुत खूबसूरत थी उसकी बड़ी बड़ी आंखे किसी को भी अपनी तरफ खींच सकती थी उसकी मुस्कान ऐसी की किसी का भी दिल आ जाए ।
सूर्या और प्रथा की सगाई का दिन
सूर्या ने वर्धमान को अपनी सगाई में बुलाया था सगाई प्रथा के पुराने घर में यानी दूसरे शहर में थी जहां सगाई से पहले वो अपने पापा के साथ रहती थी । प्रथा अपने रूम में तैयार हो रही थी कि तभी डोर नॉक हुआ , प्रथा ने दरवाजा खोल दिया सामने सूर्या खड़ा था और उसके साथ वर्धमान भी था जैसे ही वर्धमान ने प्रथा को देखा तो उसे देखता ही रह गया उसकी खूबसूरती में खो गया फिर सूर्या की आवाज उसके कानो में पड़ी ,
यही है प्रथा मेरी होने वाली बीवी और तेरी होने वाली भाभी , वर्धमान ,, 😊। वर्धमान अपने ख्यालों से बाहर आया ।
हाय प्रथा,,,। वर्धमान ने अपना हाथ आगे बढाया ।
प्रथा ने भी बात आगे बढ़ा दिया और वर्धमान ने उसका हाथ पकड़ लिया और तरह से दबा दिया प्रथा को अजीब लगा उसने अपना छुड़ाने की कोशिश की पर उसने हाथ कस के पकड़ रखा था वो एकटक प्रथा को देख रहा था ।
प्रथा ने धीरे से कहा ,, मेरा हाथ,,, वर्धमान ने तुरंत उसका हाथ छोड़ दिया ।
सूर्या और प्रथा की सगाई की सारी रस्में पूरी हो गई अब बस डीजे पर डांस बाकी था ।
डीजे पर बड़ा प्यारा गाना प्ले किया गया
तुम ही हो,,,।
प्रथा और सूर्या एक साथ स्टेज पर आए वो डांस कर रहे थे और उन्हें साथ में देखकर वर्धमान का खून खौल रहा था । सूर्या की खुशी और प्रथा के आस पास उसकी मौजूदगी उससे बर्दाश्त ही नही हो रही थी पर उसने खुद को काबू में रखा , पार्टी खत्म हो चुकी थी
वर्धमान ने खुद को नॉर्मल रखते हुए सूर्या से कहा ,
ओके सूर्या अब मैं चलता हूं ऑफिस में बहुत काम है ।
ठीक है वर्धमान सूर्या ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया ।
सगाई के बाद सूर्या प्रथा और रघुवीर जी को अपने साथ उसी शहर में ले आया जहां उसकी पोस्टिंग थी ।
राधे राधे दोस्तों 🙏 आगे की कहानी नेक्स्ट पार्ट में अगर मुझसे लिखने में कोई गलती हुई हुई हो तो माफ कर देना।
धन्यवाद 🙏😊
श्रद्धा ' मीरा '✍️