प्रत्येक गांव की ग्राम सभा को ई ग्राम सभा के माध्यम से करवाना जरूरी हो जिसमे ज्यादा से ज्यादा ग्रामीणों की भागीदारी व ग्राम पंचायत के सभी सदस्यों की उपस्थिति जरुरी हो। जिसकी शुरुवात वर्तमान सरकार ने की है और संबंधित विभाग इसे आसानी से अमल में ला सकता है। अगर भविष्य में सभी प्रकार की ई-सभा गांव में इस तरह से होती रही तो सभी गांवों की सभी समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जायेगी और सभी गांव ही पूरे भारत की शान बन जायेंगे। मैने सक्षम योजना में काम करते हुए डी.पी.एम. ऑफिस करनाल की तरफ से जिला खंड मुनक में सभी गांवो की ई-सभा करवाने के दौरान पंचायती कार्यवाही को करीब से देखा। इस कार्यवाही में प्रयोग होने वाले रजिस्टर को मैने अब तक की अपनी जिंदगी में पहली बार देखा और मेरे सामने इस कारवाई रजिस्टर पर साईन भी करवाए। मैने अपने गांव में पिछले तीन सरपंचो को वोट के माध्यम से चुना है। मैम्बर को चुना है और खुद पंचायत मैम्बर का चुनाव भी हारा है। लेकिन आज तक मैने इस कार्यवाही रजिस्टर के बारे में सुना सुना था लेकिन इतनी करीब से नहीं देखा था। इस रजिस्टर में गांव के किये जाने वाले विकासात्मक कार्यो की रुपरेखा व गांव मे जरुरतमंदो की जरुरत का खाका तैयार कर उल्लेख किया जाता है , जिसमे विभागीय कर्मचारी और ग्राम सरपंच से सांठ-गांठ होकर मोटा तगडा बजट बनाकर सरकारी ग्रांट के माध्यम से पास कराया जाता है और मिल बांटकर गांव के विकासात्मक कार्य में खर्च किया जाता है। कुछेक दो-चार गांव को छोडकर बाकि सभी गांवो के सरपंच , सैल्फ हैल्प ग्रुप की औरतो और ग्राम सचिव ने मिलकर ई सभा के बारे मे पहली बार गांव की जनता से रू-बू-रू होकर मौका पर कारवाई रजिस्टर में गांव की समस्या को लिखा व मौका पर ही गांव की सैल्फ हैल्प ग्रुप की औरतो की बहुत सारी समस्या का समाधान किया। इनकी मुख्य समस्या में गांव की सीमा से शराब का ठेका बाहर हो और गांव में कतई भी शराब ना बिके, गरीबी गांवो मे आज भी एक गम्भीर समस्या है, ज्यादातर गरीब परिवार तक सरकार की सहयता राशि वास्तविकता में योग्य जरुरतमंद की पहुंच से बाहर है। बीपीएल राशन कार्ड, मकान/कोलोनी निर्माण व अन्य सरकारी सेवाएं जो जरुरतमंद तक नहीं पहुंच रही।