पार्टी के नाम से, चंदा खाते है आराम से,
ऐसे लोग है हर गांव मे।
सभी वोट बेचते है, हर एससी बीसी की
अपने मजे और खूब चाव में।
बदल डालो इन लोगो को , बहुत छकाया इन सबने भोले लोगो को,
ये थुक कर चाटते है लोगो को बांटते है,
समाज को तोडते है नेता लोग चुनाव में ।