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प्रेम

1 सितम्बर 2022

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ख़ामोशी की भाषा है प्रेम
मन की अभिलाषा है प्रेम
अंखियों की मोती है प्रेम
जीवन की ज्योति है प्रेम।

ठंडी हवा का झोंका है प्रेम
बारिश का झरोखा है प्रेम
वसंत का है मौसम प्रेम
होठों का है सरगम प्रेम।

सूरज की लाली है प्रेम
 खेतों की हरियाली है प्रेम
दीयों से सजी दिवाली है प्रेम
अमिया की डाली है प्रेम।

चिड़ियों का चहचहाना है प्रेम
शाम का ढल जाना है प्रेम
त्योहारों का आना है प्रेम
खुलकर मुस्काना है प्रेम।

नदियों की धारा है प्रेम
जीवन का सहारा है प्रेम
जग में सबसे ऊपर है प्रेम
मानव का परमेश्वर है प्रेम।

निशा कैलाश पटेल 
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रचनाएँ
प्यार एक खुमार
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इस किताब में संग्रहित सभी कविताओं का विषय प्यार हैं। अगर आपको कभी किसी से प्यार हुआ होगा तो आप इनमें वर्णित कविताओं को व्यक्तिगत जीवन में अनुभव जरूर करेंगे। प्यार जीवन की वह पूंजी हैं जिसे पाकर दरिद्र मनुष्य भी खुद को धनवान समझता है,और जिसके जीवन में प्यार नही तो उसे सोने से बना महल भी राख प्रतीत होता है। जीवन का प्रथम और अंतिम लक्ष्य सिर्फ प्यार को प्राप्त करना तथा बंटना होना चाहिए। जिससे की हमारे चारों ओर खुशहाली ही खुशहाली हो।और हम जीवन का निर्वाहन आंनद पूर्वक कर सके।

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