1700 ईसापूर्व, हड़प्पा – हड़प्पा का देवता पथभ्रष्ट हो चुका है... पीड़ित और मृत कारावास का बंदी। उसकी मृत पत्नी के पावन रक्त ने महानगर की धरती को, हमेशा के लिए दुर्भाग्य का भागी बना दिया। 2017, बनारस – एक माहिर हत्यारा सायनाइड खा लेता है, लेकिन इससे पहले वो काली शक्ति के आगमन की चेतावनी दे जाता है। एक महा-तांत्रिक भयावह बलिदान को प्रस्तुत है। 325 ईस्वी, बिथिनियां शहर (वर्तमान तुर्की) – ये जाने बिना कि वो किस दैत्य का पोषण कर रहा था, एक असाधारण सम्राट ने दुनिया के लिए एक ऐसे मिशन की नींव रखी, जिसका प्रभाव सदियों बाद तक पड़ने वाला था। 1700 ईसापूर्व, पूर्वी हड़प्पा – एक रहस्यमयी मत्स्य ने प्रलय की भविष्यवाणी की, ऐसी प्रलय जो मानवजाति ने देखी न हो। रक्त-धारा अपने दिव्य पुत्रों की मौत का बदला लेने आएगी। हड़प्पा के देवता का क्या हुआ? क्या विद्युत वास्तव में भविष्यवाणी में व्यक्त मसीहा था? जघन्य वर्ल्ड ऑर्डर के पीछे छिपी ताकतें कौन थीं? बिथिनियां नगर के रहस्यमयी सम्राट की भयावह योजना क्या थी? दुनिया के सबसे बड़े षड्यंत्र से पर्दा उठाने के लिए और लुप्त सभ्यता की भयावह कहानी जानने के लिए पढ़िए—‘प्रलय’।.
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