shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

" ईश्वर की अनमोल सौगात - हमारे माता-पिता "

Sonal Panwar

24 अध्याय
0 लोगों ने खरीदा
2 पाठक
25 फरवरी 2022 को पूर्ण की गई

ईश्वर की  बनाई ममता की मूरत है  ‘माँ’ , ईश्वर ने गढ़ी वो अनमोल कृति है ‘पिता’ ! जीवन की तपती धूप में शीतल छाँव है ‘माँ’ , जीवन के अंधेरों में प्रदीप्त  लौ है ‘पिता’ ! ज़िन्दगी के आशियाने का स्तंभ है ‘माँ’ , उस स्तंभ  का आधार-‘नींव’ है ‘पिता’ ! मेरे जीवन का अस्तित्व है जिनसे , ईश्वर की वो अनमोल सौगात है – ‘माँ और पिता’ ! "माता-पिता - ईश्वर की अनमोल सौगात" माता पिता को समर्पित मेरी स्वरचित कविताओं का संग्रह है, जिसमें माता पिता के स्नेह,त्याग और समर्पण का आभास होता है और हमारे अस्तित्व और पहचान के लिए उनका आभार व्यक्त किया गया है। आशा करती हूं कि आप सभी को मेरी माता पिता को समर्पित कविताओं का संग्रह पसंद आएगा। सोनल पंवार ✍️ उदयपुर राजस्थान 

quot ishwar ki anmol saugat hamare mata pita quot

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

"माता-पिता - ईश्वर की सौगात"

27 नवम्बर 2021
0
1
0

<p> ”

2

"मां और पिता"

28 नवम्बर 2021
1
1
0

<div style="margin: 0px; padding: 0px; color: rgb(85, 85, 85);"><span style="margin: 0px; padding: 0

3

"मां का दिल"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);"> &nbs

4

" पिता "

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);"> &nb

5

"मां एक अनमोल सौगात"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">” <st

6

"मां"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85); font-size:

7

"पिता एक गरिमामय व्यक्तित्त्व"

7 दिसम्बर 2021
0
1
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85); font-size:

8

"मां सबसे प्यारा शब्द"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">माँ ,<br s

9

"पिता"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);"><br></p><p

10

"पापा का प्यार"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);"><br></p><p

11

" पापा कब आओगे? "

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<div style="margin: 0px; padding: 0px; color: rgb(85, 85, 85); font-size: 14px;"><strong style="marg

12

"पिता की स्नेह भरी आंखें"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);"> &nbs

13

"पिता-ईश्वर का वरदान"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85); font-size:

14

"पापा की गोदी और मां के आंचल के साए में मेरा बचपन"

7 दिसम्बर 2021
0
1
0

<div style="margin: 0px; padding: 0px; color: rgb(85, 85, 85); font-size: 14px;"><span style="margin

15

"पिता एक सार्थक शब्द"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">‘पिता’ ,<b

16

"पिता - बाग़बान"

7 दिसम्बर 2021
0
1
0

<h3 style="color: rgb(87, 14, 0); margin: 0px; padding: 0px; font-size: 22px; font-weight: normal; f

17

" मां-जादू की झप्पी "

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);"><br></p><p

18

"मां के चरणों में स्वर्ग"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">‘माँ’<br s

19

"महान शख्सियत - पिता"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">अस्तित्त्व

20

"ममता की मूरत-मां"

7 दिसम्बर 2021
0
1
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">मां

21

"पिता - हमारी पहचान"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">पिता का सा

22

"याद आएगी हमें बहुत"

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">पलकों पे ब

23

"मां - मेरी जीवनरेखा"

7 दिसम्बर 2021
1
1
2

<p style="margin: 0px; padding: 0px 0px 10px; line-height: 18px; color: rgb(85, 85, 85);">माँ वो ज्य

24

"मेरी प्रेरणा मेरे पिता "

19 जून 2022
0
0
0

वटवृक्ष की विशाल छांव-सी, पिता के स्नेहाशीष तले पल्लवित एक कोमल टहनी थी मैं, मुझे एक सशक्त शाख है बनाया पिता के प्रेम और विश्वास ने, एक दृढ़ स्तंभ बनकर सदा अपने विशाल हाथों का देकर संबल, मेरे नन्हें

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए