(पिछले भाग में अपने पढ़ा कि कैसे समीर उन मुर्दों से बहादुरी से लड़ता हुआ और जैनी की जान बचाते-बचाते खुद लावा से भरी दरार में गिर जाता है। अब आगे।) जेनिलिया और जैनी तो जड़ हो गए थे। पर कैप्टन ने वक़्त की न
ये घटना सन् २०१३ की है, मैं तब मुँबई के Posh Area लोखंडवाला के पास