मेरी किताब *इंसानियत* कुछ ऐसी कहानियों का एक संग्रह है , जो प्रेरित करती है कि इंसान को कभी भी किसी को मदद या सेवा करने का मौका मिले तो उसे अवश्य करना चाहिए । तभी हम सच्चे इंसान कहला सकते हैं । नर में ही नारायण का वास होता है। प्रत्येक जीव की सेवा और मदद से ही ईश्वर की सच्ची भक्ति की प्राप्ति होती है ।