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सफ़र मुहब्बत का....part 2

9 सितम्बर 2021

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महविश हास्पिटल से सीधे कॉलेज जाती हैं।
सबसे अच्छी दोस्त उसे अर्शी मिलती है। अर्शी कहती तू  कहां थी इतनी देर कहां लगा दी। महविश उसे सारी बातें बताती और कहती हूं जल्दी जल क्लास में क्लास शुरू होने वाली। तभी उन्हें रास्ते में कालेज का सबसे लफंगा लड़का जुनैद मिलता है। वह महविश को छेड़ने लगता है। तभी अर्शी कहती है तुम हमसे दूर रहकर नहीं तो हम तुम्हारी शिकायत  डीन से कर देंगे। जुनैद कहता तुम्हें जिससे शिकायत करनी है करो मैं किसी से नहीं डरता ।अर्शी कुछ कहने वाली होती है महविश उसका हाथ पकड़ कर ले जाती है। अर्शी कहती हैं तु इस लफंगे से कुछ कहती क्यों नहीं है कितना परेशान करता है तुझे। महविश कहती में उसके मुंह नहीं लगना  चाहती वह बदतमीज तो क्या  मैं भी बदतमीज बन जाऊं। फिर वह दोनों अपने क्लास में पहुंच जाता हूं। उधर अरशद हॉस्पिटल से बाहर निकल चुका था।

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सफर मुहब्बत का
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ये किताब एक मुहब्बत की और राजनीतिक माफियाओं की कहानी है।

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