अभी हाल ही में कोचिंग केन्द्रो में पढ़ने वाले छात्रों की आत्महत्या किये जाने की खबरें प्रकाशित हुई थी। इन खबरों से मन में स्वाभाविक प्रश्न उठता है कि
आखिर क्या वजह है, जिससे ये छात्र आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठा रहें हैं?
कहीं माता-पिता, कोचिंग संस्थानों और समाज के द्वारा उनके मन पर डाले जा रहे प्रतिकूल दबाव के कारण तो ऐसा नहीं हो रहा?
हमें अपने होनहारों को उनके मन के अनुकूल कैरियर चुनने में मदद करनी चाहिए ना की समाज या दूसरों के दबाव में आकर नहीं । इस लेख के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप इस दिए गए link पर क्लिक करें और अच्छा लगे तो share करें
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