(यह लेख सुप्रसिद्ध साइकेट्रिस्ट (मनोरोग-विशेषज्ञ) डॉक्टर सुशील सोमपुर के द्वारा लिखे लेख का हिंदी रूपांतरण है।)
जो व्यक्ति अवसाद की स्थिति से गुजर रहा होता है, उसके लिए ये कोई पाप की सजा या किसी पिछले जन्म के अपराध की सजा के जैसी लगती है, और जिन लोगों का उपचार किया गया और वे बेहतर हो गए उन्हें ये किसी दूसरी बीमारी की तरह लगती है, उन्हें डाक़्टर से परामर्श लेने और उन्हें मौका देने का फायदा मिलता है, और इसका लाभ उन्हें मिलता है।
मनोवै ज्ञान िक समस्या इतनी व्यक्तिगत होती हैं कि, इनकी पहचान करना सिवाय अनुभवी मनोचिकित्सक के मुश्किल होता है, और इसलिए उसके निदान के लिए किसी को आश्वस्त करना बहुत कठिन होता है।
इसलिए जो भी उपाय वर्तमान में अवसाद की चिकित्सा के लिए अपनाये जाते हैं, वे पूरी तरह से कारगर होंगे ये कहना बहुत ही चुनौतीपूर्ण होगा।
इससे पहले कि हम अवसाद ग्रस्त होने पर किये जाने वाले उपायों पर चर्चा करें, हम ये समझते हैं कि अवसाद होता क्या है ? विस्तार से पढ़ें....