"कुल 49 लोग मारे गये और 53 लोग ज़ख़्मी हुए, जब 29 वर्षीय मतीन ने अमरीका के ऑर्लैंडो के गे नाईट क्लब में गोलियां चलाई"
ओमर मतीन अमरीका के न्यू यॉर्क शहर में पैदा हुए, और जहाँ तक जाना जाता है, एक अफ़ग़ानी अप्रवासियों के दल ने उसकी परवरिश की, जिन्हें अमरीका की ऍफ़ बी आई काफी दिनों से ढूंढ रही थी।
इनकी शादी सिर्फ 4 महीने तक ही टिक पायी, और इनकी पूर्व पत्नी Sitora Yu sufi बताती हैं, कि "उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर था"
रोज़ घर आ कर पत्नी पर अत्याचार, गालीगलौज, ये सब घर में आम बात हो गयी थी।
सितोरा बताती हैं की मतीन छोटी-छोटी बातों पर गुस्से में आ जाते थे और उन्हें डांटते और मारते थे।
वे काफी हिंसक बन चुके थे, और तभी उन्हें डर लगने लगा, और उनके परिवार ने उनको बचाने के लिए अपने पास बुला लिया।
"जज़्बाती असन्तुलंत उन में अकसर दिखाई देता था, वे बीमार थे, और मानसिक रूप से दुर्बल भी, तनाव और सदमें में तो थे ही", ऐसा यूसुफी बताती हैं।
ओमर मतीन समलैंगिकता के विरोध में थे, क्योंकि इस्लाम उसके खिलाफ है।
बाइपोलर डिसऑर्डर से आक्रामक व्यव्हार हो सकता है, परन्तु यह किसी धर्म, जाति का विरोधी होने का कारण नहीं हो सकता, और ना ही आपको किसी आतंकवादी संगठन की तरफ झुकाव बढ़ाता है ।
आतंकवादी घटना, सरे आम लोगों का क़त्ल करना इन सबके लिए मानसिक बीमारी को दोष देना सही नहीं है ।
चलिए आज हम बाइपोलर डिसऑर्डर के बारे में बात करते हैं । विस्तार से पढ़ें ...