यह किताब निशा के जीवन के संघर्ष की कहानी है, जो समाज की रूढ़िवादिता का विरोध करते हुए सफलता हासिल करती है | वह बेटे की तरह ही अपनी सभी जिम्मेदारी और कर्तव्य का पालन करती है | यह कहानी कभी ना हार मानने वाली उस लड़की की है, जो समाज की हर लड़की को अपने जी
नमस्कार दोस्तों शौकिया कभी कभी कुछ लिख लेती हूं। शब्द के इस प्लेटफार्म पर अवसर मिला है तो अपने जज्बातों को अल्फाजों में आप के सामने रखती हूं ।अब ये आप को कैसे लगते हैं आप की अमूल्य राय की प्रतीक्षा रहेगी।
यह कस्बे कि समाजिक आर्थिक जिंदगी पर आधारित उपन्यास है जिसमे पैसा ही प्रमुख तत्व है यहाँ के निवासियों के लिए .इसे डायमंड बुक ,नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित किया गया है.
हम भारत के विर💪 💥⚔🌺🚩🌴🌼💥 🛑 ⚔💪💗🔪💢💥🚩 हम भारत के विर है रक्षक बनेगे ईतीहास के...🚩 भव्य है इतिहास हमारा जो पन्नो से मिटाया जाता हे विर प्रताप को लुझर बताकर अकबर को महान दीखाया जाता हे नही सहेगे अपमान विरो का हम जोर
आज कल की लड़कियां अपने मतलब के लिए कैसे बेवकूफ बनाती हैं उसी पर आधारित हैं , ये कहानी, निशा अपने प्यार को पाने के लिए सभी को धोखा देती है,
एक कहानी मोहब्बत की जो अधूरी रह कर भी पूरी हो जाती है।
यह किताब एक दस्यु के जीवन पर आधारित है। आखिर किन परिस्थितियों में पड़ कर कोई दस्यु बन जाता है? चंबल के बीहड़ों में ऐसी ही एक दस्यु सुंदरी थी....।
एक प्राण नदी के चारो ओर झरने, और वायु का शोर, शांत, गति में पुलकित मोर जीवन धारा करती हिलोर! शिथिल हृदय, आहत मन विस्मित चित्र, और सूनापन लगता है कि कायनात मे, लहू-लुहान हैं सबके स्वपन, हे मानव, क्या हस्ती है तेरी, डूबती, उतराती कश्ती है तेरी, पा
यह पुस्तक मेरे पढ़ाई के दौरान लिखी गई कुछ कविताओं का संकलन है
🍀🍀दिल से निकली, खुले विचारों से लिखी। ज़िंदगी की हकीकत से रूबरू कराती है। संक्षेप में बहुत कुछ कह जाती है। अनजाने में ही सही अपने अस्तित्व का अहसास कराती।🌻🌻
एक आदमी के संघर्ष और एक चूहे की जिजीविषा की जुगलबंदी ।
हमारे आस पास बहुत सी ऐसी घटनाए होती है जिसके बारे में हमे पता नही चलता है ऐसी ये हमारा शरण है जो सामने से कुछ और लगता है, और असलियत कुछ और है,
मन के भावों को शब्दों में पिरोकर सृजन करने का एक अलग ही आनंद है। सामान्यतः यह मानी जाती है कि रचनाएं कवि की कल्पना मात्र होती है, लेकिन सच तो ये है कि कवि अपनी कल्पनाओं में भी उसी हकीकत का जिक्र करता है , जो वो जीता है अर्थात् जो वह अपनी रोजमर्रा की
तू मेरा हमसफर, मेरा हमदर्द,मेरे नाव का मांझी। तू मेरा जीवन, में तेरे सुख दुख की सांझी। तू मेरा प्रियतम अलबेला, में तेरे ग्रहस्थी कि गाड़ी। तू मेरे सांसो की माला, में तेरे ह्रदय की वासी। तू मेरे जीवन का अधिकारी, में तेरी प्राणप्यारी। तू बना दिया में
शब्दों के खेल से बनती है एक कविता, कवि के अंतर्मन से निकल कर शब्दों के मोती को माला में पिरोती है एक कविता, ज़ेहन से कागज़ के पन्नों पर उभरती है एक कविता, कवि के ख्यालों की अधबुनी कहानी है एक कविता। ' काव्यधारा ' मेरी स्वरचित एवं मौलिक कविताओं का संग्
जीवन के सफर की एक नई शुरुआत होती है फेरो से। विश्वास कायम किया जाता है,कसमो,वादों के घेरे से। जिम्मेदारी डाल दी जाती है,एक दूजे पे साथ फेरो से। नए रिश्ते, नया घर, नई परम्परा, बसना है नए शहरों में। उन अनजान गलियों में रहना है उसे अब पहरों में। अपना रि
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