मॉडर्न रसिया (हास्य कविता)-अल्हड़ बीकानेरी
असली माखन कहाँ आजकल ‘शार्टेज’ है भारी,चरबी वारौ ‘बटर’ मिलैगो फ्रिज में, हे बनवारी,आधी टिकिया मुख लिपटाय जइयो,बुलाय गई राधा प्यारी,कान्हा, बरसाने में आय जइयो,बुलाय गई राधा प्यारी।मटकी रीती पड़ी दही की, बड़ी अजब लाचारी,सपरेटा कौ दही मिलैगो कप में, हे बनवारी,छोटी चम्मच भर कै खाय जइयो,बुलाय गई राधा प्या