यह पुस्तक मेरी कविताओं का यह पुस्तक मेरी कविताओं का संग्रह जिसमें जीवन अध्यात्म सामाजिक और स्त्री विमर्श से संबंधित कविताएं मैंने लिखी हैं। आशा करती हूं आप सभी को पसंद आएंगी।
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शब्द-शब्द फूल बन कविता की बेल में गुँथा लहरा रहा द्रुम डाल पर उन्मुक्त और मुक्त इस अनुपम सृजन की सराहना कर ।। राघवेन्द्र कुमार "राघव"
इसमें सप्ताहिक प्रतियोगता के सम्बंधित आर्टिकल पब्लिश हैं
खैर अंजाम जो भी हो सब हँस के झेल रहा हूँ मैं। कभी वक्त मुझसे तो कभी वक्त से खेल रहा हूँ मैं।।
कब तक घुटती रहोगी यूंही घुटन भरे इस घूंघट में... तोड़ के मौन तू मुंह तो खोल के बोल दे जो है तेरे मन में.... आजादी की चल रही हवा अब हटा हया का ये पर्दा... तू भी एक इंसान है बता दे सबको तेरी क्या है मर्यादा.... जितना तू दबती जाएगी ये दुनिया तुझे और
अवलोकन: "फाइंडिंग स्ट्रेंथ इन डेस्पेरेशन" एक शक्तिशाली और प्रेरक पुस्तक है जो मानवीय अनुभव की जटिलताओं और लचीलेपन, आशा और मानवीय संबंध की परिवर्तनकारी शक्ति का पता लगाती है। इस पुस्तक में, हम मानसिक कल्याण, जीवन की चुनौतियों से निपटने और रोजमर्रा
ज़िन्दगी के अल्फाज़ कभी खट्टे कभी मीठे तो कभी दर्द का एहसास कराते है और यहीं अल्फाज़ कभी शेर तो कभी शायरियों में अभिव्यक्त हो जाते है हिंदी और उर्दू के समावेश के कुछ 50 कोट्स आपके समक्ष पेश है शब्द in पर
हम कहते हैं कि अपने आप को सम्मोहित करके वह कार्यक्रम जो हम कर नहीं पा रहे आप वह करना चाहते हैं 2 दिन बाद नहीं कर पाते हैं तो अपने आप को अगर आप सम्मोहित कर कर अपनी वॉक की आदत को डेवलप कर सकते तो इसमें क्या बुराई है और ऐसे बहुत सारे कार्य आप कर सकते है
काल चक्र, मेरी नजर में एक काल चक्र ऐसा हैं जो सब से अधिक हमारे जीवन को प्रभावित करता हैं और हम में से कई लोग उसके बारे में जानते ही नहीं हैं, जो जानते हैं मानते नहीं ! जब अति हो जाती हैं तो सब करने को तैयार हो जातें हैं ! पुस्तक में मैं
पितृ दोष ऐसा दोष जो आप के जीवन में काम नहीं बनने देता । शादी, धन समस्या ,अशांति रहती हैं . होता सब को हैं थोड़ा थोड़ा लेकिन किसी किसी को अधिक होता हैं । किसी किसी की कुंडली में भी पितृ दोष होता हैं। तो क्या हैं यह और क्यों हमारे जीवन पर प्रभाव डालता ह
इस आयाम के अंतर्गत आप विभिन्न विषयों पर मनोग्य विचार पढ़ सकते हैं ।
लेखक वह होता है जो अपने मन की व्यथा किसी के सामने कह नहीं पाता और उनको शब्दों में पिरो कर सहेजता रहता है। मन की काल्पनिक दुनियाँ को काग़ज़ पर उतरना लेखक का काम होता है, जिसमें व्यक्ति, वस्तु, स्थान और विषय पर आधारित होता है। जिसमें लेखक अपने साथ घटित
जीवन कौशल के लिए उपयोगी विचारपरक आलेख
मानसिक तनाव..... डिप्रेशन...... आजकल की लाइफ स्टाइल में ये शब्द शायद किसी के लिए नया नहीं होगा.... लेकिन आखिर ये तनाव होता क्या हैं.... हम आए दिन ये सुनते हैं.... किसी ने मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या कर ली...किसी को दिल का दौरा आ गया.... आखिर क्यूँ