दिनांकः2:2:22
प्रिय डायरी😊
कैसी हो..
आज बहुत दिनों बाद तुमसे रुबरु होने का मौका मिला है।
सबने कहा आज का दिन कितना बड़ा और खूबसूरत है।
2:2:22
है ना।
आज के दिन विश माँग ने से पूरी होती है..??पता नहीं.. पर चलो माँग लेते हैं।
अभी कोरोना काल में तो हमसब स्वस्थ और सुखी रहे ं,यही प्रभु से प्रार्थना है और फिर कभी भी आर्थिक रुप से कभी भी संकट न झेलनी पड़े।मैं वैसे भी यही ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ।
और क्या कहूँ..।
आज बहुत दिनों बाद इस प्लैटफॉर्म पर लिखना शुरू किया है।
भले ही यह भी सच है कि तुम प्रतियोगिता की एक भाग हो..फिर भी कहीं सै शुरुआत तो करनी ही पड़ती है।
अभी शुरुआत है यहां तो एक प्रकार से झिझक सी है, भले वह मेरा अपना सोचने का तरीका हो।
अब शुरुआत हो गई तो आगे भी होती ही जाएगी।
दो तीन महीनों में यहां काफी कुछ बदल गया है।बहुत कुछ बहुत ही अच्छा हो रहा है।
चलो अब फिर कल मिलती हूँ तुमसे।
तब तक अपना खयाल रखना।
तुम्हारी सीमा
😊❤️
सीमा