शब्द मंच का अब बदला प्रारूप
नया नया इसका स्वरूप
प्रगति की राह पर क्या खूब कदम बढ़ाया
सब रह जाने है पिछे
कम वक्त में सफलता का शिखर पाया
पुस्तक लेखन प्रतियोगिता तो सिर्फ शुरुआत
नई उम्मीदों का हुआ है आगाज़
सुनहरे मौके सबके लिए शब्द मंच लाए
मिले सबको बराबर अवसर ना किसी मे
भेदभाव जताया
बेहतर लेखनी का जो जादू चलाए
सिर्फ नाम ही नहीं पुरस्कार भी यहां
बेहतरीन से बेहतरीन पाए
शब्द मंच की बदली काया
नई प्रतियोगिताएं अब को लाया
हिस्सा ले शब्दो का जादू चलाए
नाम सम्मान और पुरस्कार पाए