मुक्ताहार :
1- मोती-माला
2- मुक्तालता
3- मुक्तावली
प्रयोग:
“टूटे सुजन मनाइए, जो टूटे सौ बार ।
रहिमन फिरि-फिरि पोहिए, टूटे मुक्ताहार ।।"
10 नवम्बर 2015
मुक्ताहार :
1- मोती-माला
2- मुक्तालता
3- मुक्तावली
प्रयोग:
“टूटे सुजन मनाइए, जो टूटे सौ बार ।
रहिमन फिरि-फिरि पोहिए, टूटे मुक्ताहार ।।"
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आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D