मनीषी :
1- विचारक
2- चिन्तक
प्रयोग : इतनी गूढ़ बात तो कोई मनीषी ही बता सकता है।
27 अप्रैल 2016
मनीषी :
1- विचारक
2- चिन्तक
प्रयोग : इतनी गूढ़ बात तो कोई मनीषी ही बता सकता है।
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आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D