प्राक्कथन :
1- आमुख
2- मुखबंध
3- प्रस्तावना
4- अवतरणी
5- भूमिका
प्रयोग : किसी भी पुस्तक को पढ़ने से पूर्व प्राक्कथन अवश्य पढ़ना चाहिए I
5 नवम्बर 2015
प्राक्कथन :
1- आमुख
2- मुखबंध
3- प्रस्तावना
4- अवतरणी
5- भूमिका
प्रयोग : किसी भी पुस्तक को पढ़ने से पूर्व प्राक्कथन अवश्य पढ़ना चाहिए I
45 फ़ॉलोअर्स
आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D