मेरी खामोशियां मेरी सदायें बन जायें,
मेरी निगाहें हर पल ये एहसास दिलायें,
कि मैं तुझको कितना चाहता हूँ,
मेरी धड़कन मेरे दिल की रवानी बन जाये,
मेरी पलकें हर पल तुझको ये झुक के बतायें
कि मैं तुझको कितना चाहता हूँ,
मेरे शब्दों की पंक्तियाँ मेरी कहानी बन जाये,
मेरी हर ग़ज़ल तुझको ये गाके बताये
कि मैं तुझको कितना चाहता हूँ,
मेरी ज़िंदगी मेरी जान की इबादत बन जाये,
मेरी जान तो तू ही है मेरी जान
ये तुझको कोई हर पल,पल पल बताये
कि मैं तुझको कितना चाहता हूँ|