26 मई 2023
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Unique Cool And Stylish.D
मोहब्बत में चार कदम जो आप साथ न चलते,हमारी अधूरी मोहब्बत को अलफ़ाज़ न मिलते,न होता दिल घायल और न बनते हम शायर,मिलता हमें कोई और काश हमें आप न मिलते। &nbs
अपनी मोहब्बत कुछ इस कद्र तड़पती रही,मैं भी मचलता रहा आप दूर सिसकती रहीं,आंसुओं की बारिश रिम झिम बरसती रही,और नज़रें यार के दीदार को तरसती रहीं। &n
मैं ख़ुद नहीं गिरता हूँ ज़िंदगी मुझे गिराती है,हर दिन एक नया सबक भी मुझे सिखाती है,कभी कभी तपती धूप में भी मुझे जलाती है,तो कभी ख़ुद बारिश बनकर मुझे भिगाती है,मैं ख़ुद नहीं गिरता हूँ ज़िंदगी मुझे गिरा
इन झुकी हुई नज़रों ने तेरी कमाल किया,उठा के पलकों को हमसे ये सवाल किया,क्या हमने भी अपना दिल तेरे नाम किया,या इश्क़ ने फ़िर से धोखे का काम किया। &
तेरी यादें दूर क्यूँ हमसे सनम जाती नहीं,न सताने की हमको ये कसम खाती नहीं,मौत भी हँसते हुए अब मिलने आती नहीं,आशिक के जनाज़े का लुत्फ उठाती नहीं। &n
मोहब्बत अक्सर अल्फाज़ों की मोहताज होती है,ख़ामोश मोहब्बत तो एकतरफ़ा मेरे यार होती है,ज़माने के खौफ़ से अक्सर दिल ही दिल में रोती है,महबूब की गोद के बजाय यादों के साए में सोती है। &n
उड़ जाती हैं नींदे दिल होता है बेकरार,न आता है कहीं चैन न मिलता है करार,कहतें हैं इस मर्ज़ में हो जाता है बंदा बेकार,बच कर रहना कहीं तुम्हें न हो जाए प्यार। &n
हसीं चेहरा दिखा के यूँ छुप जाया न करो,छुप कर हमें फ़िर तुम यूँ सताया न करो,रास्ते और भी हैं मिलने के मगर, ख्वाबों में आकर यूँ हमें तड़पाया न करो। &n
नज़र नज़र से मिलाकर शराब पीते हैं,हम उन्हें पास बैठाकर शराब पीते हैं,वो पूछते हैं हमसे क्यूँ हम ऐसे जीते हैं,ये चाक जिगर के क्यूँ हँसते हुए सीते हैं। &n
माना कि ज़िन्दगी अपनी गुलज़ार है, फ़िर भी ये दिल तेरे लिए बेकरार है, मेरी इन नम पड़ी बेताब निगाहों को, न जाने क्यूँ तेरा इस कद्र इंतज़ार है । &n
अगर तू न मिलती तो हम यूँ बदनाम न होते,इश्क़ में पड़कर तेरे अपना यूँ सुकून न खोते,माना रह जाते ज़िंदगी भर तन्हा,तन्हा तो हम होते मगर यूँ तन्हाई में न रोते।  
इस दिल में है एक बात,जो लबों तक नहीं आती,पाते हम जो तेरा साथ,तो ज़िंदगी संवर जाती।तेरी मोहब्बत की बरसात,जो जमकर बरस जाती,तो दिल की ये ज़मीन,शायद बंजर न कहलाती।मिलता हमें जो तेरा प्यार,तो तेरी यादें न
तेरे ग़म उठाने के लिए जिये जा रहा हूँ,तेरे दिए इन ज़ख्मों को सिये जा रहा हूँ,यूँ तो ऐ ज़िंदगी तुझसे शिकवे थे हज़ारों,फ़िर भी मैं जीने का मज़ा लिये जा रहा हूँ।
रुकी हुई सी ज़िंदगी अब चल पड़ी है,मानो मंज़िल दूर नहीं पास ही खड़ी है,बात तो है छोटी फिर भी सीख बड़ी है,रुके न जो ये दुनिया उसके लिए लड़ी है। &nbs
वफ़ा के नाम से शायद रह गया हुस्न अनजान,मोहब्बत करके हमसे लिया है यूँ इसने इंत्काम,कि रब से दुआ माँगता है ये दिल - ऐ - नादान,इश्क़ में किसी आशिक का न हो ऐसा अंजाम। &nb
तेरी यादों ने मुझको इस कद्र है तड़पाया,कि मेरे इस दिल ने मुझसे है ये फरमाया, बड़ा नादान था तू क्यूँ न ये समझ पाया, हर धड़कन उसकी है जिसने है धड़काया।
ये ज़िंदगी भी बजाती है दोनों हाथों से ताली,किसी की जेब है भरी तो किसी की है खाली,प्यार करने वालों को भी मिलती यहां है गाली,न करने वालों की भी खाली रह जाती है थाली। &nb
अब मिलने कहाँ तुम आते हो,जब सपनों में आकर सताते हो।तुम्हारी याद हमें जब आती है,तो आँखों से नींदे उड़ जाती हैं।खुली पलकों से देखते हैं हम ख्वाब तुम्हारे, अब तो जी रहे हैं बस तेरे ख्वाबों के सहारे।
दुनिया से दूर,कहीं वीराने में,पहुंच जाना कभीमिलने के बहाने से...हम वहां करेंगे,तेरा ही इंतज़ार,तुझसे मिलने को,दिल है बेकरार...देखो कहीं तुम,फ़िर से न जाना ये भूल,मिलने की आस पर,जम न जाए समय की धूल...द
मिट्टी के खिलौने,होते हैं अनमोल,कितने प्यारे,कितने न्यारे,हर पल बस,यही पुकारें...देखो जो तुम तो,तुम्हारे लिए मुस्कुराऊं,कहो जो तुम तो,कोई गीत गुनगुनाऊं,चाहो जो तुम तो,हर पल साथ निभाऊं,पर रूठे जो तुम त