हम समाचारों के माध्यम से कई बार सुनते और पढते हैं कि अमुख आरोपी के वकील ने कोर्ट में दी दलील या फिर राज्य सरकार बनाम अमुख कंपनी के लिए लोक अभियोजक ने रखा पक्ष या एटॉर्नी जनरल कोर्ट में हुए पेश तो ये लोग आखिर कौन हैं? और इनकी क्या क्या योग्यताएं हैं ? हम अपने पाठकों के लिए आज ऐसे ही शब्दावलियों को लेकर हाजिर हैं आइए जानते हैं कि इनमें क्या अंतर हैं। लॉयर:- कोई भी व्यक्ति जो कानून की डिग्री हासिल करता है तो वह विधि स्नातक होता है। डिग्री हासिल करते ही व्यक्ति लॉयर बन जाता है। बैरिस्टर:- यदि कोई व्यक्ति कानून की डिर्गी इंग्लैण्ड से हालिल करता है तो उसे लॉयर के बजाए सीधे बैरिस्टर की उपाधि से नवाजा जाता है। उदाहरण के तौर पर ऑल इंडिया मज्लिस ए इतेहदुल मुसलिमीन पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी एक बैरिस्टर हैं जिन्होंने इंग्लैण्ड के लिंकन इन कॉलेज से लॉ की डिर्गी ली है। वकील/अधिवक्ता:- अधिवक्ता का मतलब होता है किसी की बात रखने का अधिकार बार कांउसलिंग ऑफ इंडिया से सनद् हासिल करने के बाद विधि स्नातक अधिवक्ता बन जाता है और कोर्ट में जाने के लिए अधिकृत हो जाता है। राम जेठमलानी पेशे से एक वकील हैं और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं वो देश के सबसे मंहगे और जाने माने वकील हैं। पब्लिक प्रोसेक्यूटर/ लोक अभियोजक:- यदि किसी व्यक्ति ने लॉ की डिग्री ले रखी है और बार काउंसिल ऑफ इंडिया की परिक्षा पास कर रखी है और राज्य सरकार कि तरफ से किसी भी पीड़ित का पक्ष लेता है तो उसे लोक अभियोजक कहा जाता है। राजेंद्र शंकर द्विवेदी को उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी 2016 में राज्य के लिए लोक अभियोजक पास्को एक्ट के पद पर तैनात किया था जो बच्चों के विरुद्ध होने वाले लैंगिक अपराधों की पैरवी करते हैं। प्लीडर/अधिवचन कर्ता:- लॉ डिग्री होल्डर और बार कांउसिल ऑफ इंडिया से सनद् प्राप्त यदि कोई व्यक्ति प्राइवेट पक्ष की तरफ से कोर्ट में पेश होता है तो उसे अधिवचन कर्ता कहा जाता है। एडवोकेट जनरल/ महाधिवक्ता:- यदि वकील या अधिवक्ता राज्य सरकार की तरफ से उनका पक्ष रखने के लिए कोर्ट में पेश होता है तो ऐसे व्यक्ति को महाधिवक्ता कहा जाता है। राघवेंद्र सिंह यूपी सरकार के नए महाधिवक्ता हैं। एटॉर्नी जनरल/ महान्यायवादी:- अगर वकील केंद्र सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश होता है और उनका पक्ष रखता है तो वह महान्यायवादी कहलाता है। इस समय केंद्र सरकार की तरफ से महान्यायवादी के के वेणुगोपाल हैं। देश के पहले अटॉर्नी जनरल एमसी सीतलवाड़ थे। सॉलिसिटर जनरल:- यदि कोई वकील एटॉर्नी जनरल या महान्यायवादी का सहायक बन जाता है तो ऐसे में उसे सॉलिसिटर जनरल कहते हैं। देश के पहले सॉलिसिटर जनरल सीके दफ्तरी थे। फिलहाल तुषार मेहता सॉलिसिटर जनरल हैं।