तुलसी कसारा है, जिसका मतलब है कि यह खांसी और सर्दी का दोनों का इलाज करती है। यह कफ दोष को भी संतुलित करती है और अग्नि (पाचन शक्ति) को सुधारती है। स्टेप: 1.) 1 लीटर स्वच्छ और ताजे पानी को उबालें। स्टेप: 2.) तुलसी के 2-3 पत्ते लें। पत्तियों को कुचलकर उबलते पानी में मिलाएं अदरक कफवताहार है। यह कफ और वात दोष दोनों को संतुलित करता है। इसमें आपके पैलेट को साफ रखने का गुण भी होता है। स्टेप: 1.) अदरक को छील कर लगभग आधा इंच ताजा धो लें। स्टेप: 2.) अदरक को मोटा मोटा कुचल लें स्टेप: 3.) इसे 1 लीटर उबलते पानी के डालें अपनी सांस को ताजा रखने के अलावा, लौंग सर्दी और खांसी को रोकने और इलाज करने में भी बहुत प्रभावी है। स्टेप:1.) लौंग के 1-2 टुकड़े लें। स्टेप:2.) इसे एक मूसल के साफ सिरे से क्रश करें स्टेप:3.) इसे उबलते पानी के 1 लीटर में डालें इसे कंठसुधिकर के रूप में जाना जाता है - इसका मतलब है, यह आपके गले को कफ और बलगम दूर रखता है। यह आपके शरीर को गर्म करता है और ठंड से लड़ने में आपकी मदद करता है। स्टेप: 1.) दालचीनी के एक इंच को क्रश करें, आप दालचीनी पाउडर का उपयोग भी कर सकते हैं स्टेप: 2.) इसे 1 लीटर उबलते पानी के में डालें इसमें उषा शक्ति होती है, यह आपके शरीर को गर्म करती है और आपको ठंड से लड़ने में मदद करती है। यह श्वसन तंत्र भी को साफ करता है और कफ के गठन को कम करता है। स्टेप: 1.) 2-3 काली मिर्च लें स्टेप: 2.) उन्हें धोएं और पूरी तरह से सूखने दें। स्टेप: 3.) काली मिर्च को मूसल के कुचल दें। स्टेप: 4.) इसे 1 लीटर उबलते पानी के में डालेंआयुर्वेद विज्ञान में साफ और ताजे पानी को अमृत के समान माना गया है, साफ और ताजा पानी आपके मन, शरीर और त्वचा को सुन्दर और स्वस्थ बनाता है । आज हम आपको वो पांच तरीके बताएंगे जिससे आप अपने पानी की सेहत को और अधिक बढ़ा सकते हैं
तुलसी
अदरक
लौंग
दालचीनी
काली मिर्च