प्रसन्नता या खुशी प्रकृति प्रदत्त है और प्रकृति की यह प्रकृति नहीं कि वह किसी के साथ भेद करे। प्रकृति द्वारा प्रदत्त इस उपहार की पहुंच को सभी तक सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपने चार्टर में शांति, इंसाफ, मानवाधिकार सामाजिक प्रगति और जीवन का स्तर सुधारने की बात कही है। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि इन्हीं लक्ष्यों की प्राप्ति में ही खुशी या प्रसन्नता का मूल मंत्र छिपा हुआ है।
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट, 2016 - सम-सामयिक घटना चक्र प्रकाशन, Sam Samayik Ghatna Chakra