\ सर्वकर्मसु सर्वदा श्रियम यस्याम सिद्धि भवति तां तं विश्वकर्मा नमाम्यहम \
भगवान् विश्वकर्मा को सृष्टि का सृजनकर्ता और प्रथम शिल्पकार और इंजीनियर माना जाता है। ब्रह्माजी ने जब सृष्टि की रचना की थी, तो उसके सजाने और संवारने का काम विश्वकर्माजी ने ही किया था। भगवान विश्वकर्मा ब्रह्रा जी के सातवें पुत्र हैं।
सृष्टि के निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा जी हैं। इस कारण से विश्वकर्मा जयंती पर यंत्रों, दुकानों, कारखानों और औद्योगिक संस्थानों में लगी कलपुर्जों और मशीनों की पूजा की जाती है।
विश्वकर्मा के आविष्कार - इंद्रलोक, त्रेता में लंका, द्वापर में द्वारिका एवं हस्तिनापुर, कलयुग में जगन्नाथपुरी का निर्माण किया था। इसके अलावा शिव जी का त्रिशूल, पुष्पक विमान, इंद्र का व्रज और भगवान विष्णु के लिए सुदर्शन चक्र को भी भगवान विश्वकर्मा ने ही बनाया था।