मेरे द्वारा लिखी पुस्तक वर्षा वस्तुत: एक काव्य संग्रह है, लेकिन शीर्षक के रूप में इसका चयन उतना ही कठिन भी। जबकि अनेकानेक विषय वस्तु में से किसी एक विषय का शीर्षक के रूप में चुनाव के लिए इतनी अंतर्द्वंद और चुनौतीपूर्ण किसी भी लेखक, रचनाकार या साहित्यकार के लिए मुख्य बिंदु होता है। जो किसी अस्मिता से कम नहीं है और हमारे लिए स्मरणीय भी।
आगामी काव्य पुस्तक वर्षा (एक काव्य संग्रह) प्रथम संस्करण २०२३, प्रकाशित हो रही ५० पेज की हमारी पहली पुस्तक है। जिसमें कुल पैंतीस काव्य रचनाओं का एक अनूठा संग्रह है। जिसका चयन प्रक्रिया के माध्यम से साहित्यपीडिया एक साहित्यिक संस्था ने नोएडा से प्रकाशन कार्य का जिम्मा लिया है। इस पुस्तक की प्रत्येक रचनाएं भावपूर्ण व प्रभावपूर्ण तो है ही साथ ही साथ अपने आप में पूर्णता को दर्शाती है। जिसमें सम्मिलित कुछ रचनाएं ऐसी भी हैं, जो हमारे इर्द-गिर्द की परिदृश्यों को मूलरूप से या फिर आंशिक रूप से प्रतिबिंबित करती है।
आगामी काव्य पुस्तक में हमने प्रत्येक रचनाओं के मुख्य बिंदुओं को ध्यान में रखकर क्रमबद्ध संयोजित करने का पूरा प्रयास किया है। जिसमें पुस्तक की पहली रचना ही "बुढ़िया मां" के पावन चरणों को स्पर्श करते हुए "दुःख के साये अच्छे थे", "तुम तो पुरखों के जमाने के हो बाबा", "हमें छोड़ बीच में न जाना बाबा" से लेकर "उत्पन्न कैसी बीमारी है" जो क्रोना काल पर आधारित रचना पर विश्राम लेती है। जिसका प्रति आपको Amazon, Flipkart, Kindle, Google Play आदि पर जल्द ही उपलब्ध होने लगेगा। इस पुस्तक के सफल प्रकाशन कार्य हेतु हमारे तरफ से साहित्यपीडिया एवं साहित्यपीडिया परिवार को दिल की गहराईयों से बहुत-बहुत आभार एवं शुभकामनाएं।
9120639958 राकेश चौरसिया