जो हर पल कहता मुझे अपनी जान था,
आज वही मुझसे दूर रहने है लगा .
जो हर पल मेरी तारीफ़ करते रहता था,
आज वही मुझमे खामिया है ढूंढने लगा.
जिसकी वफ़ा से मेरा वजूद इतराता रहता था,
आज वही बेवफा हमे धोका देने लगा.
जो हर पल मेरी ख़ुशी मई ही खुश रहता था,
आज वही मेरी सूरत से नफरत है करने लगा.
जो हर पल हर कदम साथ मेरे रहता था,
आज वही मुझसे है कोसो दूर रहने लगा .
ज़िन्दगी ने ली करवट ऐसी मेरी राहो मई,
वो जितना प्यारा था उतना ही दर्द देने लगा.