बड़ी शिद्दत से चाहा था तुझे अपना बनाना
पर तू नहीं आया यार न तेरा संदेशा आया .
बड़ी मिन्नते मांगी थी , पूजा की थी उस रबकी ,
पर तुजे तो सपनो की दुनिया मे ही रहना था .
बहोत से साथी मिले रह मे पर तुम सा नहीं ,
तुजे तो बस अपनी ही मस्ती मे मस्त रहना था.
माना की प्यार की ख़ामोशी थी हमारे दरमियाँ ,
पर तुजे तो बस उस ख़ामोशी तो तोड़ना ही नहीं था.
शिखा