दिल को मेरे हमेशा से सिर्फ तुजसे ही प्यार है ,
पर मेरे राजकुमार को ये बात मै बताऊँ कैसे .
जिसकी आने की आहट ही दिल को बेताब करती है ,
दिल की ये हालात अब तुजसे मै छुपाऊं कैसे .
जिसकी हंसी से लबो पे मेरे हंसी छा जाती है ,
दिल का ये पागलपन तुजको मै दिखाऊं कैसे .
आईने मै जब देखु तो गालो की रंगत खिल जाती है ,
सुर्ख आँखों मै मेरी अब काजल मै लगाऊं कैसे .
सिने से उसके लिपटकर प्यार मै उसके खो जाती है ,
अपनी इस बेताबी को शिखा अल्फाज़ो मै सजाऊँ कैसे .
शिखा