19 जून 2015
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मै सोमेंद्र मिश्रा 'सोम' विज्ञानं वर्ग से स्नातक हु मेरी आयु २० वर्ष है मै हिंदी साहित्य का बहुत शौक़ीन हु मै स्वयं हिंदी कविताये और लघु कथाये लिखता हु मेरी एक कविता ' जब आज़ाद हुआ यह हिंदुस्तान' कानपूर नगर (उ.प्र.) के नगर छाया अखबार में ८/३/२०१४ पृष्ठ संख्या ११ पर प्रकाशित हो चुकी है मै अब तक २० से ज्यादा रचनाये लिख चूका हु D
बस यही याद आया की ... ज़िंदगी के सफर में गुज़र जाते है जो मुकाम फिर नहीं आते .... अगली बार कुछ हर्ष उलास से भरा हुआ भी लिखिएगा ... इंतज़ार रहेगा ...
20 जून 2015
सोमेन्द्र मिश्रा जी, बहुत ही सुंदर रचना! बधाई !
20 जून 2015
bahut sundar bhavabhivyakti .badhai
19 जून 2015