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कितना बदल गया इंसान

29 मई 2023

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Suraj Sharma'Master ji' की अन्य किताबें

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रचनाएँ
दिल की गहराई से
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एक कवि अपनी कविताओं में अपनी कल्पनाओं,अनुभवों और मनोभावों को शब्दों के रूप में पिरोता है। इस पुस्तक में कवि की उन रचनाओं का समावेश किया गया है जो कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं और पाठक के दिलोदिमाग परगहरा प्रभाव डालते हुए उसेउसके लक्ष्य की ओर प्रेरित करती हैं। इस पुस्तक में कवि की उन रचनाओं का समावेश किया गया है जो विभिन्न मंचों पर सराही गई हैं और पुरस्कृत की जा चुकी हैं। आशा है आपको भी यह संग्रह पसंद आयेगा।
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रिश्ते

29 मई 2023
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बड़े नाजुक होते हैं रिश्ते,देर नहीं लगती इन्हें दरकते,रिश्तों को निभाने वाले होते हैं फरिश्ते।कभी आने न देना रिश्तों में दरार,तभी शकुन देगा घर-परिवार,सुखद स्वर्ग-सा होगा यह संसार।कटु वाणी और अहंकार का

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जिंदगी से परेशान होकर

29 मई 2023
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जिंदगी से परेशान होकर,कदम कभी गलत न उठा लेना।मुसीबत आज है कल नहीं, समझदारी से कोई हल खोज लेना।जिंदगी से.................. ।।मुश्किलों से मुंह मोड़कर, कायरों में नाम अपना शुमार न करवा लेना।जि

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जन्म-जन्म का रिश्ता

29 मई 2023
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गीत-जन्म-जन्म का रिश्ता 🙏🙏🙏🙏💐💐💐🙏🙏🙏💐💐💐💐जन्म-जन्म का रिश्ता है तुमसे,जन्म-जन्म की है आस।देर बस मिलन की है,मिलने पर ही बुझेगी यह प्यास।। टेर।।मिल कर इक नयी दुनिया बसायेंगे,झूम-झूम कर ग

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माँ ही मेरा संसार है

29 मई 2023
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माँ केवल एक शब्द नहीं, एक अनुपम संसार है।माँ केवल एक इंसान नहीं, &nbsp

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किरदार

29 मई 2023
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एक ही जिंदगी में निभाने हैं सारे किरदार,मगर रहना खबरदार,तभी होगा हर किरदार दमदार।झूठ पाखंड से दूर रह कर,कष्ट कितने भी सहकर,करना सत्य का व्यापार।एक ही जिंदगी में........ मेहनत से मुँह न मोड़ना,माँ

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माँ मेरी पूजा

29 मई 2023
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माँ मेरी इबादत, माँ ही मेरी पूजा।माँ मेरी सब कुछ,माँ समान कोई न दूजा।। माँ मेरी गुरू, माँ मेरी कल्पतरु। माँ ही मेर

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जल है तो कल है

29 मई 2023
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🙏💐कविता-जल है तो कल है🙏💐जल है ईश्वरीय उपहार,संचय करे इसका संसार।जल जीवन का आधार,टिका इसी पर कृषि-व्यापार।जल बिना चलें नहीं कल। जल है तो है कल।। नदियों के जल को स्वच्छ बनायें, व्यर्

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कितना बदल गया इंसान

29 मई 2023
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विषय- #कितना_बदल_गया_इंसान🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏समय का फेर कहो या कुदरत,पूरी तरह बदल गया इंसान। टेर। नहीं बदले जल-थल-समीर,बदल गया इंसान; बेच कर जमीर।माँ-बाप,भाई-बहिन को भूला,रिश्तों की रह

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भौतिकता के इस बदलते दौर में

29 मई 2023
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विषय- #कितना_बदल_गया_इंसान🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏समय का फेर कहो या कुदरत,पूरी तरह बदल गया इंसान। टेर। नहीं बदले जल-थल-समीर,बदल गया इंसान; बेच कर जमीर।माँ-बाप,भाई-बहिन को भूला,रिश्तों की रह

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मजदूर

29 मई 2023
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न जाने किस हाड़मांस का बना है मजदूर,सर्दी-गर्मी सब रहती है उससे दूर। रूखा-सूखा खाकर रहता है मगरूर, अपनी ही मस्ती में चूर। दो वक्त की रोटी है उसका सरूर, ना चाहे वाहवाही नहीं होना उस

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श्रेष्ठ आचरण

29 मई 2023
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व्यवहार जग में जो सबको भाता है, श्रेष्ठ आचरण वही कहलाता है। आचरण संस्कारों को दर्शाता है,मानव जीवन का श्रंगार सजाता है।। होते हैं जब उत्तम संस्कार , तो परिवार, कुल, समाज सजता है।सभ

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कोई सपना रहे न अधूरा

29 मई 2023
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जनाब दिन ही नहीं ढलता, ढल रहा हूँ मैं भी!ढल रहे हो तुम, और ढल रहा है वक्त भी!न यह थमा हैऔर न थमी है उम्र कभी।पा लो जो पाना चाहते हो,सुंदर सपने जो संजोते हो।कोई सपना रहे न अधूरा,हर मंसूबा कर

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शिक्षा का दीप

1 अगस्त 2023
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देश-धर्म-समाज के हित में, आओ जग में शिक्षा का दीप जलायें। रहे न शिक्षा से कोई वंचित, शिक्षा को सबका अधिकार बनायें। आओ..... मिटा अज्ञान अंधकार जग से, सबको उन्नति की राह दिखायें। दूर कर दारिद्रय सबका, ग

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मेरी माँ ; मेरा भगवान

12 मई 2024
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हाँ मैंने देखा है भगवान को,मैं रहा हूँ कई साल उसके करीब।यों तो मिलता है यह भगवान सबको;जीवन में अवश्य एकबार। मगर पहचानते हैं इसे वो ही;जिनके अच्छे होते हैं नसीब।। मैं उस भगवान की गोद में खेला

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मेरी चाहत

20 मई 2024
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आज मैं कुछ कहना चाहता हूँ, मन की बात आपको बताना चाहता हूँ !मैं प्रेम की फसल लहलहाना चाहता हूँ, मैं घृणा की खरपतवार हटाना चाहता हूँ!!पत्थरों की मार सहकर भी, मैं झगड़ा मिटाना चाहता हूँ!इस

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