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20/12/2022:- संस्कृति का महत्व

20 दिसम्बर 2022

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प्रिय सखी।
कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।मायके आते हुए हैं।किसी रिश्तेदार की डेथ हो गयी थी।हो वहां जाना हुआ तो रास्ते में मायका आता है तो वहां भी चले आए
 आज का विषय:- संस्कृति का महत्व

संस्कृति किसी समाज में गहराई तक व्याप्त गुणों के समग्र स्वरूप का नाम है, जो उस समाज के सोचने, विचारने, कार्य करने के स्वरूप में अन्तर्निहित होता है।यह ‘कृ’ (करना) धातु से बना है। इस धातु से तीन शब्द बनते हैं ‘प्रकृति’ की मूल स्थिति,यह संस्कृत हो जाता है और जब यह बिगड़ जाता है तो ‘विकृत’ हो जाता है। डा0 श्री प्रकाश बरनवाल राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रबुद्ध सोसाइटी का कहना है कि अंग्रेजी में संस्कृति के लिये 'कल्चर' शब्द प्रयोग किया जाता है जो लैटिन भाषा के ‘कल्ट या कल्टस’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है जोतना, विकसित करना या परिष्कृत करना और पूजा करना। संक्षेप में, किसी वस्तु को यहाँ तक संस्कारित और परिष्कृत करना कि इसका अंतिम उत्पाद हमारी प्रशंसा और सम्मान प्राप्त कर सके। यह ठीक उसी तरह है जैसे संस्कृत भाषा का शब्द ‘संस्कृति’।

संस्कृति का शब्दार्थ है - उत्तम या सुधरी हुई स्थिति। मनुष्य स्वभावतः प्रगतिशील प्राणी है। यह बुद्धि के प्रयोग से अपने चारों ओर की प्राकृतिक परिस्थिति को निरन्तर सुधारता और उन्नत करता रहता है। ऐसी प्रत्येक जीवन-पद्धति, रीति-रिवाज रहन-सहन आचार-विचार नवीन अनुसन्धान और आविष्कार, जिससे मनुष्य पशुओं और जंगलियों के दर्जे से ऊँचा उठता है तथा सभ्य बनता है। सभ्यता संस्कृति का अंग है। सभ्यता से मनुष्य के भौतिक क्षेत्र की प्रगति सूचित होती है जबकि संस्कृति  से मानसिक क्षेत्र की प्रगति सूचित होती है। मनुष्य केवल भौतिक परिस्थितियों में सुधार करके ही सन्तुष्ट नहीं हो जाता। वह भोजन से ही नहीं जीता, शरीर के साथ मन और आत्मा भी है। भौतिक उन्नति से शरीर की भूख मिट सकती है, किन्तु इसके बावजूद मन और आत्मा तो अतृप्त ही बने रहते हैं। इन्हें सन्तुष्ट करने के लिए मनुष्य अपना जो विकास और उन्नति करता है, उसे संस्कृति कहते हैं। मनुष्य की जिज्ञासा का परिणाम धर्म और दर्शन होते हैं। सौन्दर्य की खोज करते हुए वह संगीत, साहित्य, मूर्ति, चित्र और वास्तु आदि अनेक कलाओं को उन्नत करता है। सुखपूर्वक निवास के लिए सामाजिक और राजनीतिक संघटनों का निर्माण करता है। इस प्रकार मानसिक क्षेत्र में उन्नति की सूचक उसकी प्रत्येक सम्यक् कृति संस्कृति का अंग बनती है। इनमें प्रधान रूप से धर्म, दर्शन, सभी ज्ञान-विज्ञानों और कलाओं, सामाजिक तथा राजनीतिक संस्थाओं और प्रथाओं का समावेश होता है।
अब चलती हूं सखी अलविदा 
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रचनाएँ
दैनिंदनी सखी
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दिसम्बर का महीना । तुम्हारी हमारी इस मुलाकात का आखिरी महीना।चलो सखी करे मन की बातें ढेर सारी तुम हम एक साथ।
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3/12/2022 पाश्चात्य संस्कृति:- वरदान या अभिशाप

3 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी ।कैसी हो ।हम अच्छे है ‌‌‌‌ये महीना तो तुम्हारी हमारी मुलाकात का आखिरी महीना है।चल मन की बातें मन लगाकर करेंगे।आज का विषय:- पाश्चात्य संस्कृति:- वरदान या अभिशापपाश्चात्य संस्कृति विदेशी नववधू

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5/12/2022 :- भारतीय युवा

5 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी ।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।कल ही डायरी प्रतियोगिता का रिजल्ट आया ।उसमें हमारा भी नाम है । अच्छा लगा । शब्द टीम को एक बार फिर से धन्यवाद।आज का विषय:- भारतीय युवाभारत देश की रीढ़ की हड्डी युवा वर्

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8/12/2022:- प्रद्योगिकी और उसके प्रभाव

8 दिसम्बर 2022
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हैलो सखी ।कैसी हो हम अच्छे हैं।फोन की खराबी के कारण तुम से मुलाकात नहीं हो पा रही थी ।अब नया फोन आ गया है।अब होगी बात । मुलाकातआज का विषय:- प्रद्योगिकी और उसके प्रभाव प्रौद्योगिकी स्तर, किसी देश

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9/12/2022:- राष्ट्र में अर्थव्यवस्था का महत्व

9 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मैं अच्छी हूं । सर्दी की वजह से काम धंधा कम ही है देहली शोप पर । इसलिए आजकल घर पर ही विराजमान रहते हैं हम।सोच रही हूं एक उपन्यास अधूरा पड़ा है उसे पूरा कर लूं प्रतियोगिता में भी है व

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12/12/2022:- सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस

12 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं।आज की तारीख में दो ही दो आ रहे हैं।आज सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस है आओ इस के विषय में कुछ जाने।अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस एक संयुक्त राष्ट्र का

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15/12/2022:-आज की दुनिया में ट्विटर का महत्व

15 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं। आजकल मुलाकात कम ही हो रही है पंद्रह दिन बीत गये केवल पांच मुलाकात ही हुई है।आज का विषय:- आज की दुनिया में ट्विटर का महत्वसोशल मीडिया की पहुंच लगातार बढ़ती जा रही है और

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18/12/2022:- युनाइटेड स्टेट्स फ्रंट आफ असम

18 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।मैं अच्छी हूं ।आजकल मौसम बहुत ठंडा हो गया है ।हाथ पांव चलते ही नहीं है ।ना कुछ लिखने का मन करता है।अब तुम्हारी हमारी मुलाकात ही देख लो ।कितने कितने दिन में हो रही है ।आज का विषय :-

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20/12/2022:- संस्कृति का महत्व

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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।मायके आते हुए हैं।किसी रिश्तेदार की डेथ हो गयी थी।हो वहां जाना हुआ तो रास्ते में मायका आता है तो वहां भी चले आए आज का विषय:- संस्कृति का महत्वसंस्कृति किसी समाज म

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21/12/2022:-फिनलैंड में श्रमिक संकट

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प्रिय सखी।कैसी हो ।आज मन प्रसन्न हैं ।हमने एक मंच पर एक प्रतियोगिता में भाग लिया था।उसमें हमें दूसरा स्थान हासिल हुआ है।आज का विषय:- फिनलैंड में श्रमिक संकटबड़े पैमाने पर कुशल श्रमिकों की कमी का सामना

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24/12/2022 भारत जोड़ो यात्रा

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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं ।कल फरीदाबाद से देहली शोप पर जाते समय बहुत से होर्डिंग देखें भारत जोड़ो यात्रा के ।कल ही राहुल गांधी फरीदाबाद से देहली गये थे ।और आज ही हमें ये दैनिक प्रतियोगिता का विष

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25/12/2022

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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं।बड़ी कड़ाके की सर्दी पड़ रही है।हाय असम से हाथ पांव जम जाते हैं । फिर देहली जाना आना ।पर औरत की यही कहानी है ।काम से घर आकर भी वो काम पर ही होती है ।घर आते ही पतिदेव तो

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26/12/2022:- चाइना में बढ़ते करोना केस

26 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे हैं। हां थोड़ा डरे हुए है। क्यों कि चारों तरफ करोना दोबारा से होने लगा है ऐसा कुछ चल रहा है ।अब ये नहीं पता कि ये राजनैतिक प्रोपगेंडा है या वास्तव में है।आज का विषय भी यही

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27/12/2022:- भारतीय साहित्य का पुनर्निर्माण

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हैलो सखी कैसी हो।हम अच्छे हैं ।आज फिर से अपने पुराने सफ़र पर निकले थे। कुछ पुरानी यादें ताजा की ।आज का विषय:- भारतीय साहित्य का पुनर्निर्माणआधुनिक युग में प्राचीन भारतीय इतिहास के पुर्नलेखन व पुन

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28/12/2022:- बढ़ते आतंकवाद का विश्लेषण

28 दिसम्बर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मैं अच्छी हूं।बस अपनी किताब आता क्या थी मेरी ? की पाठक संख्या से निराश हूं।आज का विषय:- बढ़ते आतंकवाद का विश्लेषणविश्व के साथ साथ भारत भी काफीसमय से आतंकवाद का शिकार होता रहा है। भार

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29/12/2022

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प्रिय सखी कैसी हो। हम अच्छे हैं आशा है तुम भी अच्छी हो। मौसम की सर्दी के कारण दिल्ली शॉप पर आना जाना नहीं हो पा रहा है सोच रही हूं फरीदाबाद में ही यह शौप डाल ली जाए। कुछ मंदी के कारण दिल्ली की शॉ

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