आज 22 फरवरी, 2017 , आज से हमारी माध्यमिक की परीक्षा शुरू होने वाली है। मैं परीक्षा हॉल में बैठा हुआ हूं और अजीब सी शांति है क्लास में, हर कोई शांत होकर भी लगता है की कोई शांत नहीं है। धड़कने तेज है, सांसों में तेजी है और भी बहुत सी चीजे माहौल को अजीब बना रही है। हम सब आज बहुत डरे हुए है, क्यों डर रहे है ये पता नहीं पर आज से पहले यह डर कभी महसूस नहीं किया। सबके मन में लाखों सवाल है पर उसका जवाब क्या है, किसी को कुछ पता नहीं और शायद यही हमारी डर की वजह है। इस डर भरे माहौल में एक घंटी बजती है परीक्षा शुरू हो जाती है।
परीक्षक अब सवाल की कॉपियां बांटने वाले है। सर्दियों का मौसम है, बाहर हल्की धूप है और हवाओ में थोड़ी ठंडक है पर मैं अंदर पसीने से भींगा बैठा हूं। हर परीक्षा में ऐसा नहीं होता क्योंकि एक साल पहले भी हम सबने परीक्षा दी थी और ऐसा कुछ भी नहीं था।
आइए कुछ बातें उसके बारे में करते है तब तक मेरी सवाल की कॉपी मेरे पास आ जाएगी। हालांकि वो महीना दिसंबर (2015) का था तो हवाओं में ठंडक थोड़ी ज्यादा थी और धूप बहुत ही हल्की, मैं परीक्षा दे रहा था और मैं बहुत ही मुश्किल से उस धूप को महसूस कर पा रहा था। ठंडी हवा का हर एक झोंका मुझमें एक उमंग भर रहा था, उम्मीदें तब भी कम नहीं थी पर उनके पूरे न होने से क्या होगा इसका डर नहीं था। हम सारी परीक्षाएं मस्ती के साथ खेलते हुए और हस्ते – मुस्कुराते हुए दे रहे थे और सारी ही बहुत अच्छे से जा रही थी। खैर हमने इस बार तैयारी अच्छी की थी और लगभग हर कोई पढ़ाई को लेकर थोड़ा बहुत गंभीर हो गया था। रिजल्ट अच्छा चाहिए था और अगले साल से माध्यमिक शुरू होने वाला था। खुशी–खुशी नौवीं की परीक्षाएं खत्म हुई और कुछ दिनों में हमारा रिजल्ट भी आ गया। सब अच्छे अंकों से पास हुए और हमने मन में खुशी और दिल में उम्मीदें लिए जीवन के सबसे कीमती दौर में कदम रखा।
हमने जिंदगी के सबसे यादगार और खूबसूरत सफर शुरू किया, जिसे हम कभी भूल नहीं सकते, जिसका हर एक पल हमारे ज़हन में बसा हुआ है और उसका नाम है– माध्यमिक का सफर।।।।