वो हमारी मुलाकातें
और रात भर की मीठी मीठी बातें
न जाने कब तुम मुझसे इतना दूर हो गए
हम एक दूसरे से अलग होने को मजबूर हो गए
जब भी वह बीते हुए पल याद आती
दिल जोर से धड़कता है और आंखों में आंसू आ
जाते हैं।
जाने क्या शिकायत थी जिंदगी को हमसे
हम इजहार भी ना कर पाए कितना प्यार है हमें
तुमसे
जब जुदा ही करना था तो क्यों मिलाया हमें
जुदा नहीं होना चाहते थे तुमसे कैसे जताएं तुम्हें
तुम सोचते होगे मुझे तुमसे प्यार ही नहीं है।
पर यह गलत साबित करने को मेरा दिल अभी
तैयार ही नहीं है
कभी मिलोगे तो बताएंगे हम तुमसे कितना
कल भी तुम पर मरते थे और आज भी तुम पर
मरते हैं।