जब ये शीर्षक मेरे मन में आया तो मन का एक कोना जो सम्पूर्ण विश्व में पुरुष सत्ता के अस्तित्व को महसूस करता है कह उठा कि यह उक्ति तो किसी पुरुष विभूति को ही प्राप्त हो सकती है किन्तु तभी आँखों के समक्ष प्रस्तुत हुआ वह व्यक्तित्व जिसने समस्त विश्व में पुरुष वर्चस्व को अपनी दूरदर्शिता व् सूक्ष्म सूझ
इंदिरा गांधी को अपने संपूर्ण जीवन में कई रूपों में जाना जाता था। 70 के दशक के दौरान भारत की लौह महिला, एकमात्र महिला प्रधानमंत्री, कांग्रेस की आत्मा। वह जवाहर लाल नेहरू की बेटी थीं और अपनी विरासत बनाने के लिए भारतीय इतिहास में सबसे अधिक स्मरणीय नामों में से एक रहीं। हालांकि ये इंदिरा गांधी के विषय म