अजय की कहानी सुनकर ड्राइवर राजा की आंखों में आंसू आ जाते हैं राजा कहता हैं “सच में आपके बच्चों ने आपके साथ गलत किया है ऐसे बच्चों को नहीं करना चाहिए अपने पिता को इतना परेशान नहीं करना चाहिए “ ड्राइवर गुस्से से बोला “सच कह रहे हो सर उनके बच्चे बातें बहुत ख़राब हैं अपने पिता को कितना परेशान किया है जिस पर अपने पूरा जीवन अपने सारे सपने कुर्बान करके अपने बच्चों की जिंदगी बना दी हो आज वह बच्चे अपने पिता को बाहर निकाल देते हैं कितने बुरे बच्चे हैं आजकल क्या फायदा ऐसी आधुनिकता का जो अपने पिता को भी जगह ना दे सके. और अपनी मेहनत से एक मकान भी नहीं बना सकते हो पिता से पूछे जिसने अपने जीवन की पूरी कमाई लगाकर लोन लेकर किस्तें भर भर के उसको बच्चों के मकान बना दिया “ दोनों की बात सुनकर अजय शांत हो जाता है अजय कहता है” आप लोग इस जंगल में क्या कर रहे थे मैं तो मरने आया हूं लेकिन आप लोग क्या कर रहे हैं” ड्राइवर के आता है बाबू जी हमारे यह राजा साहब है यह शहर के बहुत बड़े बिजनेसमैन ने जब ज्यादा परेशान होते हैं और किसी काम में मन नहीं लगता तो यहां जाते हैं और कुछ घंटे बैठकर अपने मन को शांत कर लेते हैं फिर अपने घर चले जाते हैं इसलिए हम लोग अपने यहां बैठे हुए थे तभी हम दोनों देखा कि आप पहाड़ पर चढ़कर कुछ कर रहे हैं हम लोग दौड़ कर गए और तो देखा तो आप आत्महत्या करने की कोशिश कर रहे हैं हम लोगों ने यही छोटी से हम दोनों की कहानी है “ अजय राजा की ओर देखता है और कहता है” बेटा ऐसी क्या परेशानी है जो तुम्हें बार-बार पर कचोटी है और तुम इस भयानक जंगल में आकर सुकून पाते हो आखिर क्या बात है बेटा “ यह सुनकर राजा की आंखों में आंसू आ जाते हैं और राजा अजय को देखकर कहता है बाबूजी आपको देखकर मुझे अपने पिता की याद आ रही है आज से 6 महीने पहले मेरे पिता का देहांत हो चुका है और मेरे मेरे पिता मेरे लिए भगवान थे वह मुझे बहुत प्यार करते थे मुझे हमेशा प्यार करते थे और और मुझे पढ़ा लिखा कर मुझे बहुत बड़ा बिजनेसमैन बना दिया मेरा जीवन बदल दिया है आज पूरे शहर में मेरा बहुत बड़ा नाम है पर मैं आज बहुत अकेला हूं क्योंकि मेरी सबसे बड़ी दौलत मेरे पिता थे वह आज मेरे बीच में नहीं रहे और पिता नाम की दौलत के बिना यह मेरी जो कमाई हुई दौलत है सब बेकार है “ अजय कहता है “सच में तुम्हारे जैसे बच्चे सबके हों जो अपने पिता को इतना प्यार करते हैं कि बिना पिता को ऐसा महसूस कर रहे हैं आपके पिता ने आपको बहुत अच्छे संस्कार दिए हैं उनके दिये आशीर्वाद संस्कार से ही तुम शहर के सबसे बड़े बिजनेसमैन बने हों “
मैं लेखक हूँ कहानियां लिखता हूँ कविता लिखता हूं बैस्ट मोटिवेशन स्टोरी राइटर का अवार्ड ब्रिज फेस्टिवल वृंदावन में मिला है मैंने ओपन माइक पर भी परफॉर्मेंस किया है D