अजय जंगल में पहाड़ के पास जाकर बैठ जाता है वहां बेड का सोचने लगता है कि आज मेरे जीवन का आखरी दिन है और इस संसार से विदाई ले लूंगा क्योंकि ऐसे जीवन किसी मतलब का नहीं है जिसमें उसकी औलाद उसे अपने घर में रहने के लिए जगह भी ना दे सके. अजय बैठकर अपने बच्चों के बचपन को याद कर रहा है कि बच्चों की हर डिमांड को पूरी करने के लिए देर रात दिन मेहनत करता था और अपनी सब जरूरतों में कटौती करके अपने बच्चों की पूर्ति करता था और अपनी पत्नी सरिता को भी अपने बच्चों की खातिर पूरी तरह से सुख नहीं देख पाया वह मेरे से दूर चली गई बहुत दुख है मुझे इस बात का कि मैंने अपनी औलाद के लिए बहुत किया लेकिन आज मेरी औलाद ने अपने स्वार्थ के लिए मुझे ही छोड़ दिया. सच आज मेरी समझ में आ रहा है कि जितने भी माता-पिता हैं हमेशा अपने लिए कुछ ना कुछ संपत्ति बचा कर रखें अपने बच्चों से अलग ताकि वह अपने जीवन के अंतिम क्षणों को उसके साथ बिता सकें क्योंकि अलग से संपत्ति होगी तो बच्चे उसकी सेवा जरूर करेंगे और यदि संपत्ति नहीं होगी सब कुछ अपने बच्चों को दे देंगे तो वह बच्चे अपने माता-पिता को घर से निकाल देंगे जैसे मेरे साथ उन्होंने किया है. विचार और मजबूत होते जा रहे हैं अपने मन से कह रहा है सरिता चिंता मत करो मैं भी जल्दी तुम्हारे पास आ रहा हूं. तभी अजय के फोन पर एक फोन आ जाता है अजय फोन उठाता कहता है" कौन बोल रहा है? " उधर से आवाज आती है" मैं तुम्हारा दोस्त बोल रहा हूं अजय तुम कहां पर हो? " अजय कहता है "मैं कुछ काम से आया हूं बताओ कोई काम है क्या" अजय का दोस्त कहता है" नहीं दोस्त मेरा मन कर रहा था तुमसे मिल लूं तुम्हारी बहुत याद आ रही थी इसलिए फोन कर लिया." अजय उसकी बात सुनकर रोने लगता है वह कहने लगता है "यार तुझे मेरी याद आ रही थी लेकिन दोस्तों मैं तो किसी के कोई काम का नहीं हूं मैं तो बेकार हो गया हूं आज मेरी औलाद ने मुझे घर से बाहर निकाल दिया है और कहां है मंदिर पर जाकर सो जाया करो. पर मैं मंदिर पर सोने की जगह पर जंगल में आ गया हूं आज मैं अपने आप को मारकर आत्महत्या कर लूंगा". अजय की बात सुन कर कर उसका दोस्त बोला "ऐसा मत करना मेरे भाई तुमने तो हमेशा सब हिम्मत बढ़ाई है ऐसी गलती कैसे कर सकते हो" अजय ने जवाब दिया" क्या करूं दोस्त मेरे बच्चों ने मेरी हिम्मत तोड़ दी है" तभी इतना कहते ही मोबाइल स्विच ऑफ कर देता है
मैं लेखक हूँ कहानियां लिखता हूँ कविता लिखता हूं बैस्ट मोटिवेशन स्टोरी राइटर का अवार्ड ब्रिज फेस्टिवल वृंदावन में मिला है मैंने ओपन माइक पर भी परफॉर्मेंस किया है D