इंसाफ की बात वहीं करें जो इंसाफ करना जानते हो...आरोपों के बाद इल्ज़ाम वहीं लगाए जो खुद आरोपी न हो...आवाज़ वहीं उठाएं जो किसी की आवाज़ दबाते न हो..किसी को असफल वहीं बताएं जो खुद एक बार भी प्रयास करते हो...सलाह वहीं दें जो सलाह कभी मानते हो... अनुभव वही बताएं जो दूसरे के अनुभव को भी जानते हों... जानवर वह
दिल दीवाना दिल मस्ताना माने ना फिल्म अवाज से गीत लता मंगेशकर और तलत मेहमूद द्वारा गाया जाता है, इसका संगीत सलील चौधरी द्वारा रचित है और गीत शैलेंद्र सिंह द्वारा लिखे गए हैं।आवाज़ (Aawaz )दिल दीवाना दिल मस्ताना मने नलगी बुझाना बुरा ज़माना जाने नसूना सूना पहलु है दलिदर कहाँभीगी भीगी रातों का वह प्यार कह
'आवाज' 1 9 56 की हिंदी फिल्म है जिसमें राजेंद्र कुमार, नलिनी जयवंत, उषा किरण, मुराद, मुकरी, अनवर, लीला चिटनीस और जगदीप की प्रमुख भूमिकाएं हैं। हमारे पास एक गीत गीत और आवाज़ का एक वीडियो गीत है। सलील चौधरी ने अपना संगीत बना लिया है। लता मंगेशकर और तलत मेहमूद ने इन गीतों को गाया है जबकि शैलेंद्र सिंह