इस कहानी के माध्यम से मैने अपने प्रेम के बारे में अपने हृदय में उठने वाले भावों को व्यक्त किया है।जिसका सीधा संबंध मेरे जीवन से है। इस कहानी में मैंने उस बात का जिक्र किया है जो मैं अपने प्यार से कहना चाहता था किंतु कह न पाया।
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बड़ी रोचक कहानी है। मन में उत्सुकता जगाती है आगे पढ़ने के लिए, जो जरूरी है लेखन के लिए
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अब आपके मन में अनेक विचारों ने जन्म ले लिया होगा कि आपको वह लड़की सिर्फ चेहरे से सुंदर लगी या किन्हीं अन्य कारणों से। तो शायद मेरे विचार से मुझे उसे देखे हुए दो या तीन दिन हुए थे। तो भला मैं उसके चरित
कुछ दिन बीते और एक दिन जब मैं बाजार से सब्जियां लेकर वापस लौट रहा था,तो वह मुझे फिर दिखी। मेरा मन कहता की मैं अपने दिल में उठने वाली हर एक बात उससे बता दूं , मगर मैं यह सोचकर रुक जाता था कि कहीं मेरी
उसकी मुस्कुराहट प्रातः कालीन ओस के समान थी जो मोतियों के समान घास पर बिखरी हुई प्रतीत होती थी। जो मुझे क्या हर किसी को भी आश्चर्यचकित कर देती थी। मुझमें इतना साहस नहीं था कि मैं उससे कुछ कह पाता। अतः
मैने सोचा कि शायद तुम भी मेरे बारे में कुछ जानना चाहती होगी इसलिए मैं अपने बारे में कुछ बातें इस कहानी के माध्यम से बता रहा हूं जो इस प्रकार हैं ____मेरा नाम आदित्य कुमार है। और मैं इलाहाबाद में
उसी की यादों को तो ताजा रखने के लिए मैंने ये कहानी लिखी है। परंतु ये न समझना कि ये एक सिर्फ कहानी है। इस कहानी में लिखी गई हर एक बात का मेरे जीवन से बहुत गहरा संबंध है। मैं न तो उस पर अपनी कोई ब
आप थोड़ा विचार करके तो देखिए कि क्या कोई ऐसी लड़की है जो आपके इन गुणों से लिप्त हो, हां शायद कुछ ऐसी हों, मगर ऐसे गुण बहुत कम लोगों में मिलते हैं। पहले जब आप पीपल के चबूतरे पर बैठती थीं तो मुझे ब
कहानी के इस भाग में मैंने उस समय का जिक्र किया है जब मैं वापस अपने गांव जा रहा था। जो कुछ इस प्रकार है - - - - - - - आज का दिन मेरे लिए बहु
शायद इसीलिए लिए मैंने आज तक किसी भी लड़की से बात नहीं कि। बस मुझे इंतजार था कि कोई ऐसी लड़की मिलेगी जो मेरी बात को समझ सकेगी, और लगता है मुझे अब मेरी बात को समझने वाली लड़की मिल गई अर्थात मेरी प्रिय म
बस मुझे उस पल का इंतजार था जब मैं उसे अपनी बातों को बताकर अपने प्रेम को उसके सम्मुख व्यक्त करता। मुझे उसका अर्थात मेरे प्रिय का नाम भी नहीं पता था, न ही उसका घर पता था और न ही उसका कॉलेज। परंतु मैंने
कुछ दिन के बाद मैने सोचा कि आज जब मैं उससे मिलूंगा तो अपने दिल की सारी बात कह डालूंगा मगर इस क्षण एक ऐसी घटना घटी जो दिल दहलाने वाली थी, वह घटना कुछ इस प्रकार थी____ जिससे मैं प्यार करता था उस लड़की क