कभी कभी
दास्ताँ दिल कि दिल में जली जाती है,,,, आह दिल से निकल कर और कहाँ जाती है इंसान को कितना सच बोलना चाहिए उतना जितना महात्मा गांधी ने बोला या उतना जितना नेहरु ने बोला ,इंसान को कितना सच बोलना चाहिए उतना जितना महात्मा गांधी ने बोला या उतना जितना नेहरु ने