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सितम

22 अगस्त 2015

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----------------------------------------- खुल गए रास्ते ,बात अब सब आम हुई यूँ ही झंडे पकड़ हाथ में अब हड़ताल हुई देखों जिसे चेहरा ही अजब लिए फिरता है भीड़ में आदमी दीवाना सा क्यों लगता है हर एक शख़्स तुला है अपनी ही कहने को बिसात पे रखा हुआ प्यादा सा ही लगता है रोज़ बढ़ जाती है गरीब कि लड़की की तरह बढ़ती मँहगाई दिनों दिन ये भी क्या खूब है गरीब कि थाली भी खाली ही रहने वाली है रोटी की बातें फैशन सा सितम ढाने वाली है ग़रीब की दुआओ का इनाम कोई यूँ ले गया दवा के नाम पे 'अरु' कैसा वो दर्द साथ ले गया आराधना राय "अरु"
aradhana

aradhana

आप ने अपने पढ़े लिखे होने का प्रमाण पत्र दे डाला. आपकी नपुंसकता को प्रणाम कुएं से बाहर आए तो देखेगे आप अकेले है आप जैसे लोगों ने हिदुत्व डुबो दिया, नारी को सम्मान नहीं दे सकते एकता से नहीं रह सकते.आप सिर्फ आतंक फेला सकते है आप खुद गोबर है दूसरों को क्या कहेगे, आप हिन्दू नहीं नर पिचाश है .

26 अक्टूबर 2015

तनीष सैनी

तनीष सैनी

साईं शिर्डी साईं शिर्डी के बाबा साईं ———————————————————————— शिर्डी वाले साईं बाबा, ———————————————————————— क्या क्या नहीं कहते इस पाखंडी को हम, शिर्डी पर जाने से पहले बाबा के बारे में जाने, ———————————————————————— भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि भूत प्रेत, मूर्दा (खुला या दफ़नाया हुआ अर्थात् कब्र अथवा समाधि) को सकामभाव से पूजने वाले स्वयं मरने के बाद भूत-प्रेत ही बनते हैं. यान्ति देवव्रता देवान् पितृन्यान्ति पितृव्रताः भूतानि यान्ति भूतेज्या यान्ति मद्याजिनोऽपिमाम्. मरे हुये साई बाबा और उनके कब्र की पूजा क्यों की जाती है? मतलब भागवत गीता के कथन असत्य हैं इसीलिये उसके कथन को नकारा जाता है???? हिन्दु ग्रंथो के अनुसार भगवान का अवतार किसी विशेष कार्य अथवा मनुष्यों के संकट निवारण हेतु होता है. साई के जन्म का क्या उद्देश्य था????? साई अवतार में उन्होंने लोगों को किस संकट से मुक्ति दिलाई? ??? अब यदि यह कहा जाये की साई बाबा ने धर्म, सम्प्रदाय, जाति-पाति का सदा विरोध किया तो ऐसे बहुत संत सन्यासी हुये हैं, जिन्होंने ऐसी समाजिक बुराईयों का विरोध किया. सिर्फ़ साई बाबा को इतनी मान्यता क्यों? किसी भी हिन्दु ग्रन्थ में संत सन्यासियों के लिये आदर भाव तो बताया गया है परन्तु भगवान कभी नही माना गया तो साई बाबा को भगवान की संज्ञा क्यों दी जाती है????? हिन्दु ग्रन्थों में भगवान विष्णु के दशावतार (मत्स्य, कूर्म, वराह, वामन, नृसिंह, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, कल्की) बताये गये हैं जिनमें से दसवां व आखिरी कल्कि अवतार कलयुग के नाश के लिये होगा. किसी भी हिन्दु ग्रन्थ में साई अवतार का कोई जिक्र नही है. तो कैसे साई को अवतारवाद की संज्ञा दी जाती है????? अब या तो हिन्दु ग्रन्थ असत्य हैं या साई बाबा… ————————————————————————– बाबा एक फारसी शब्द है जी हा फारसी पर कुछ मूर्खो ने इसे संस्कृत का शब्द बताने का षड्यंत्र किया हिया, आप सभी ने मलेशिया का नाम तो सुना ही होगा, मलेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है 60% जनसँख्या मुस्लिम है और विकसित हिते हुए भी वो सब वह होता है जो एक मुस्लिम देश में काफिर के साथ होता है, मेरे मुर्दा हिन्दू मित्र ध्यान दे की आप सभी अपने मुल्ले मित्रो की नजर में काफ़िर है, आपको नुकसान पंहुचा और पीठ पीछे वार करना और खुद को आपका सबसे बड़ा हिमायती दिखा कर आपका दिल जीत कर आपकी पीठ में चुरा घोपना इनका सबसे बड़ा काम है, ———————————————————————— अब मुद्दे पर आते है बाबा – बाबा मलेशिया में सबसे बड़ी सम्मान की उपाधि है, जो व्यक्ति पुरे जीवन इस्लाम के लिए काम करके इस्लाम का झंडा बुलंद करता है या किसी गाँव या क्षेत्र का इस्लामीकरण करता है उसे मलेशिया में बाबा की उपाधि देकर एक बड़ी से टोपी सर पर रखकर सम्मानित किया जाता है और हज पर जाने की सुविधा भी प्रदान की जाती है ———————————————————————— अब साईं बाबा – बहुत से मित्र कहते है की साईं हिन्दू है तो मित्रो मुसलमान उसका बचाव क्यों कर रहे है, और सबसे बड़ी बात विकिपीडिआ और खुद साईं सत्चरित्र ने भी साबित कर दिया है की साईं मुल्ला है ———————————————————————— अब साईं के कट्टर हिन्दू भक्त सुने – बहुत से मुर्दा हिन्दू कहते है की साईं ने जीवन भर हिन्दू मुसलमानों को एक करने का प्रयास किया, मेरे कट्टर हिन्दू मित्र ध्यान दे,, जो हिन्दू मुस्लिम एकता की बात करता है क्या वो कट्टर है?? अगर नहीं तो पूजना बंद करे ऐसे पाखंडी को हिन्दू मुस्लिम भाई भाई करके हिन्दू को मुर्दा बनाने की घुट्टी पिला रहा है ———————————————————————— अब मुर्दा हिन्दुओ के लिए – आप लोगो से तो वैसे भी कोई उम्मीद नहीं है, क्युकी जिन लोगो ने मोपला में ५००० हिन्दुओ को २ घंटे में काट डाला और बटवारे में जिन कतुवो ने भारत मेटा की छाती पर पैर रख कर ३५ लाख हिन्दुओ का नरसंहार किया, ऐसे लोगो के मुखिया को आप भगवन मान सकते है और वैसे भी आप लोग तो अपनी माँ बहन को इन कतुवे के हवाले कर सकते है पर हम इतने गिरे हुए नहीं की जिस मुह्हमद गजनवी ने ७० लाख हिन्दू औरतो को अरब के बाजारों में बेचा उनके सरताज को हम भगवान् मान ले, आप लोगो को तो साईं के सिवाय कुछ दीखता भी नहीं, उसी पर एक कहानी सुनिए – एक बार भगवन बुद्ध के पास एक आदमी आता है और कहता है गुरु जी मुझे ज्ञान दे, भगवन उसे एक बर्तन में गोबर भरकर कहते है जाओ और इस बर्तन में खीर ले आओ, वो आदमी कहता है की भगवन इस गोबर में पात्र में खीर कैसे लाऊ तो भगवन कहते है की इसी तरह तुम्हारा दिमाग भी सांसारिक गोबर से भर गया है पहले वो गोबर निकाल कर मन साफ़ करो फिर ज्ञान लो, इसलिए ऐ मुर्दा साईं भक्तो, पहले साईं जैसे गोबर को दिमाग से निकालो और श्री राम को मन में बसाओ तो तुम भवसागर पार हो जाओगे वरना जैस

24 अगस्त 2015

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ज़ुबाँ

6 अगस्त 2015
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दर्द खुद एक ज़ुबाँ बन जाता हैख़लिश कि दास्ताँ कह जाता हैकोई तुम सा जो यू मिल गया हैकोई अब्र का टुकड़ा ही जुड़ गया हैमेरी पेशानी पे कुछ वो लिख गया हैख्वाहिशों कि निशानी "अरु" दे गया हैआराधना राय "अरु"(खलिश) Origin: Persian Khalish is an Urdu word, it means "prick, pain, anxiety, apprehension" हिंदी - दर

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रंज

13 अगस्त 2015
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रंज़ मेरा था मेरा, मेरे ही साथ रहाउम्र भर आह कि वो ही सौगात रहादफ़न हो गए होते हम यूँ यहीं कहींअब के ज़माना भी मेरे ही साथ रहावो कहे रात तो रात ही बस मेरी सहीगमों का सौदा था हमनें हँस के सहाजानें कौन बिज़लियाँ रोज़ गिराता रहा ज़मी पे "अरु"अजब सा कुफ़्र ढाता रहाआराधना राय "अरु "Rai Aradhana ©-------------

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तिरंगा

15 अगस्त 2015
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पिछले साल यकायक वो मिल गयाअचंभित हो उसे झुक कर उठा लियाफटे हाल था फिर भी मुस्कुरा रहा थाअपना नाम भी तिरंगा बतला रहा थामैंने पूछा क्या मिला तुझे ए यू तिरंगेबेमतलब पैरों तले मसला ही तू गयाअमेरिकन या ब्रिटिश में रह गया होता मध्य वर्गीय लोगों सा नहीं पीटा होता बैक से ऋण ले अपने आप को रो रहे हैना जाने

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बसेरा

19 अगस्त 2015
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बसेरा-----------------------------------------बारिशों में घर की छत टपकती रहीसाथ मेरे यूँ पूरा समंदर रहाआशिया प्यार का था बताते भी क्या मेरे घर में राहतों का बसेरा रहाना मालूम कैसे वो हालत थेजिन मैं आदमी 'अरु' मर के भी जी गयाआराधना राय "अरु "Rai Aradhana ©

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सितम

22 अगस्त 2015
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-----------------------------------------खुल गए रास्ते ,बात अब सब आम हुईयूँ ही झंडे पकड़ हाथ में अब हड़ताल हुईदेखों जिसे चेहरा ही अजब लिए फिरता है भीड़ में आदमी दीवाना सा क्यों लगता हैहर एक शख़्स तुला है अपनी ही कहने कोबिसात पे रखा हुआ प्यादा सा ही लगता हैरोज़ बढ़ जाती है गरीब कि लड़की की तरहबढ़ती मँहगाई द

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न हुआ

7 सितम्बर 2015
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मेरा बाहर से राब्ता न न हुआ गैर का घर में दाखिला न हुआ मिल गए थे हमारी धड़कन में उनसे थोड़ा भी फासला न हुआ आँधियाँ चल पड़ी हैं गर्दिश की अब तो अपनों का आसरा न हुआ हादिसे वस्ल के नहीं कम हैंतू भी अच्छा हा बावफा न हुआआराधना राय "अरु"

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दोस्तो देख लो

14 मार्च 2016
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करम कैसा ये उल्फतो का अजब है दोस्तो देख लोपड़े हैं  उनकी  रहमतो पर गज़ब  दोस्तो देख लोखतावार  हुआ खुद  गम का  शिकार रास्ता देख लोरहम यहाँ किस के दिल के करीब  दोस्तों देख लोकड़ी दरवाजे की बंद कर के दुनियाँ  से वास्ता देख लोआँख बंद कर के सहरा -ओं के सराब  दोस्तों देख लोबड़े अदब का क़ायदा रिवायत उनकी कायदा

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कभी कभी

30 मई 2016
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दास्ताँ  दिल  कि  दिल में  जली जाती  है,,,, आह  दिल  से  निकल  कर  और  कहाँ  जाती  है   इंसान  को  कितना  सच  बोलना  चाहिए  उतना  जितना  महात्मा  गांधी  ने  बोला   या  उतना  जितना  नेहरु  ने  बोला ,इंसान  को  कितना  सच  बोलना  चाहिए  उतना  जितना  महात्मा  गांधी  ने  बोला   या  उतना  जितना  नेहरु  ने

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गीत

2 सितम्बर 2016
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प्रीत हूँ गीत बन कर साथ निभा जाऊँगी हर साँस में गुनगुनाती शहनाई बन जाऊँगी बोलो मीत मेरे तूम कैसे सुर से सुर मेरेसंगहंस कर मिलोगे पात जो मिला फूलबन महक जाऊँगाधारा बन जो गया निर्झर गीत बन तुम्हेहर रंग में निखार दूँगाधुप तूम बनी चमकती तरु हि

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