20 सितम्बर 2015
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कवि परिचय-नाम-वैभव दुबेउपनाम-वैभव"विशेष"जन्मतिथि-20-01-1990निवासी-कानपुर , कार्यक्षेत्र-बी.एच.ई.एल.झाँसी,उत्तर प्रदेशरचनाएँ-कहानी व कविताएँ।झाँसी,बबीना में आयोजित अनेक काव्य संगोष्ठियों में हिस्सा।विशेष-आकाशवाणी झाँसी केंद्र पर प्रसारित रचनाएँ।भेल कम्पनी में आयोजित प्रतियोगिताओं-निबंध,कहानी व स्लोगन में प्रथम व द्वितीय पुरुस्कार दो वर्षों से प्राप्त हो रहा है।कविता की मुख्य विधा-कविता और ग़ज़ल,D
वैभव जी, पुनः आपका स्वागत है !
23 सितम्बर 2015
तुम्हारी माँ भी तो लड़की थी अगर उनके पिता ने भी उन्हें मार दिया होता ,तो आज तुम नहीं होते। घिन आती है मुझे तुम लोगों से'।. हृदयस्पर्शी रचना मित्र...
22 सितम्बर 2015
प्रसन्नता हुई की आप एक बार फिर पहले की तरह शब्दनगरी पर एक बार फिर अपनी सुंदर रचनाओं के साथ आए है … लेख के लिए बधाइयाँ - प्रियंका (शब्दनगरी संगठन )
21 सितम्बर 2015
यह मानव का अज्ञान ही है वैभव जी जो हमें इस तरह की रचनाएं लिखने को मजबूर करता है। दिल को छू लेने वाली रचना वैभव जी
20 सितम्बर 2015