(1)
भारत पै सैयाँ मैं बलि-बलि जाऊँ
बलि बलि जाऊँ हियरा लगाऊँ
हरवा बनाऊँ घरवा सजाऊँ
मेरे जियरवा का, तन का, जिगरवा का मन का,
मँदिरवा का प्यारा बसैया
मैं बलि-बलि जाऊँ
भारत पै सैयाँ मैं बलि-बलि जाऊँ
(2)
भोली-भोली बतियाँ,
साँवली सुरतिया काली-काली
जुल्फ़ोंवाली मोहनी मुरतिया मेरे नगरवा का,
मेरे डगरवा का मेरे अँगनवा का,
क्वारा कन्हैया मैं बलि-बलि जाऊँ
भारत पै सैयाँ मैं बलि-बलि जाऊँ