देश की विपक्षी पार्टियों के शीर्ष नेताओं की आज से बेंगलुरु में दो दिवसीय एकता बैठक होने वाली है। यह इन नेताओं की दूसरी बैठक होगी। इससे पहले 23 जून को पटना में 17 दल एकजुट हुए थे। इस मुद्दे से जुड़े लोगों ने रविवार को कहा कि यहां तलाश की जाने वाली राजनीतिक योजनाओं में राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं, लेकिन विपक्षी दलों के बीच संभावित सीट बंटवारे का निर्णय संबंधित राज्य इकाइयों पर छोड़ दिया जाएगा।
विपक्षी एकता की बढ़ती ताकत को दिखाते हुए बेंगलुरु में कुल 26 दलों के शामिल होने की उम्मीद है। यह संख्या पटना में हुई बैठक से नौ अधिक है। बताया जा रहा है कि इस बीच, विपक्षी नेता अनौपचारिक बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया रात्रिभोज आयोजित करेंगे और मंगलवार सुबह 11 बजे से एक मैराथन बैठक होगी।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में उन सामान्य मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, जिन्हें हासिल किया जा सकता है।
. पार्टियों को भविष्य में क्या करने की आवश्यकता है?
. वर्तमान राजनीतिक स्थिति का आकलन करना।
. आकलन के बाद आगामी संसद सत्र के लिए रणनीति बनाना
मंगलवार को मुख्य बैठक से पहले सोमवार शाम को अनौपचारिक बैठक होगी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टियां उन साझा कार्यक्रमों पर गौर करेंगी, जिन पर काम किया जा सकता है। जैसे- आम मुद्दे जिन्हें उजागर किया जाना चाहिए और आने वाले समय के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाएगा। इस बैठक पर सबकी निगाहें इसलिए भी हैं, क्योंकि पहली और दूसरी बैठक की इस तारीख के बीच में महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा बदलाव हो चुका है. शरद पवार जो कि अब तक विपक्षी एकता में एक बड़े नेता के नजरिए से देखे जा रहे थे वह पारिवारिक टूट के साथ पार्टी बचाने की जद्दोजहद से जूझ रहे हैं. खबर है कि वह बेंगलुरु में आयोजित हो रही इस बैठक के डिनर कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. टीएमसी चीफ ममता बनर्जी पहले ही इस डिनर से दूरी बना चुकी हैं. हालांकि 18 जुलाई को होने वाली बातचीत में ममता शामिल रहेंगी.
। यह तो वक्त बताएगा कि इस बैठक में आम राय से किन मामलों पर सहमति बनेगी। साथ ही विपक्ष बीजेपी से लड़ने के लिए किस प्रकार एकजुट होगा। क्या विपक्षी एकता संभव हो सकेगी? क्या विपक्ष बीजेपी से लड़ने के लिए चुनाव में एग्जिट प्रदर्शन करेगा किसको कितनी सीटें मिलेंगी यह भी आम राय से ही संभव हो पाएगा.
( ज्योति)